भाजपा की सहयोगी पार्टी शिवसेना ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सलाह दी कि वह अपने चीन दौरे के समय डोकलाम के मुद्दे को उठाएं और एक बार फिर इस तनाव को हल करें।
केन्द्र का कहना है, “सवाल यह है कि ऐसी परिस्थिति में अदालत किन साक्ष्यों को आधार बनाएगी, क्योंकि पति और पत्नी के बीच यौन संबंध का कोई अंतिम साक्ष्य नहीं हो सकता।”