जदयू-राजद के बीच बढ़ रही दरार को कम करने की कोशिशें तेज है। वहीं रविवार को जदयू विधायक दल की महत्वपूर्ण बैठक होने जा रही है। इसके पहले शरद यादव ने सोनिया गांधी से मुलाकात की है।
चारा घोटाले से जुड़े मामलों में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री एवं राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव शुक्रवार को यहां सीबीआई की विशेष अदालतों में पेश हुए, लेकिन बिहार सरकार में जदयू से अपने रिश्तों को लेकर उन्होंने पूरी तरह चुप्पी साधे रखी।
बिहार में एकाएक सियासी पारा गरमा गया है। राजद सुप्रीमो परिवार पर सीबीआई छापों के बाद महागठबंधन को लेकर तमाम आशंकाएं शुरु हो गई हैं। जदयू, कांग्रेस और राजद तीनों में खलबली है। डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव पर एफआईआर होने के बाद नीतीश क्या फैसला लेंगे। जदयू व राजद अब इसी रणनीति पर विचार कर रही है। राजद प्रमुख ने इसके लिए सोमवार को विधायक दल की बैठक बुलाई है तो नीतिश ने उसके अगले दिन।
राष्ट्रपति पद के लिए एनडीए के उम्मीदवार रामनाथ कोविंद को जनता दल (यू) समर्थन देगा या नहीं, इसे लेकर पटना स्थित मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आवास में कोर कमेटी की बैठक शुरू हो गई है। बेशक नीतीश कुमार का झुकाव कोविंद के पक्ष में दिख रहा हो लेकिन कमेटी के फैसले के बाद ही तस्वीर साफ हो पाएगी और इसी से तय होगी विपक्ष की अगली रणनीति।
22 साल पुराने हत्या के एक मामले में लालू यादव के करीबी और बिहार के महाराजगंज से सांसद रहे चुके प्रभुनाथ सिंह को हजारीबाग की एक अदालत ने दोषी करार दिया है। इस मामले में सजा 23 मई को सुनवाई जाएगी। उधर फैसले के बाद प्रभुनाथ सिंह को जेल भेज दिया गया है।
वोट और लड़कियों को लेकर दिए गए बयान पर शरद यादव ने अपने बयान पर सफाई देते हुए कहा कि मैंने कोई गलत बयान नहीं दिया है, वोट और बेटी के प्रति प्यार और इज्जत एक सा होना चाहिए। उन्होंने कहा कि जैसा बेटी से प्यार करते हैं वैसे ही वोट से भी प्यार कीजिए, तभी देश और सरकार अच्छी बनेगी। शरद यादव के बयान पर राष्ट्रीय महिला आयोग ने उन्हें नोटिस भेज जवाब मांगा है।
पूर्व मुख्यमंत्री और पार्टी सुप्रीमो जयललिता की करीबी सहयोगी रहीं वी के शशिकला की मजबूत हिमायत करते हुए अन्नाद्रमुक ने आज कहा कि वह पार्टी की अहम सदस्य हैं और इसमें कुछ भी गलत नहीं है कि पार्टी नेताओं ने उनसे मुलाकात की। पार्टी ने साथ ही कहा कि जल्द ही अगला महासचिव चुन लिया जाएगा।
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने केंद्र सरकार के 500 और 1000 रूपये के पूराने नोटों पर रोक से जनता को हो रही कठिनाई को लेकर इसके खिलाफ अपने आंदोलन को तेज करते हुए सड़कों पर उतरने की घोषणा की है।