जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल में भी सीएए की गूंज, अमित शाह को मार्गरेट अल्वा की चुनौती केरल साहित्य उत्सव की तरह जयपुर में भी साहित्य महोत्सव में सीएए और एनआरसी की गूंज सुनाई पड़ रही है।... JAN 25 , 2020
व्यावहारिक आर्थिकी जरूरी अभिजीत बनर्जी, उनकी पत्नी एस्टर डुफलो को हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर माइकल क्रेमर के साथ... JAN 24 , 2020
ओल्गा तोकार्चुक को 2018 और पीटर हैंडके को 2019 के लिए साहित्य का नोबेल पुरस्कार पोलिश लेखिका ओल्गा तोकार्चुक को वर्ष 2018 और ऑस्ट्रियाई लेखक पीटर हैंडके को 2019 के लिए साहित्य के नोबेल... OCT 10 , 2019
अकाल में यह सूनापन ! डॉ. नामवर सिंह का निधन हमारी भाषा और समाज के लिए बड़ी क्षति तो है ही, यह बड़े संकट का संकेत भी हो सकता है।... MAR 09 , 2019
कर्ज उर्फ वोट “बड़ा कर्जदार जब तक इंडिया में होता है, बहुतों को अपने साथ उड़ाता है। बाद में खुद उड़ लेता है वहां,... JAN 16 , 2019
राजनीति का उत्तर राजनीति नहीं है अवधी का एक मुहावरा है, ‘नौ दिन चले अढ़ाई कोस।’ मतलब यह है कि नौ दिन की यात्रा करने के बाद अढ़ाई कोस तक... NOV 22 , 2018
मौजूदा दौर में लोग सब देख रहे हैं आजादी के बाद से देश में काफी विकास हुआ है। देश के सामाजिक, राजनीतिक और साहित्यिक क्षेत्र में बहुत कुछ... NOV 21 , 2018
इस अकाल वेला में "साहित्य, संस्कृति, समाज और राजनीति के समक्ष आज की चुनौतियां" बात नब्बे के दशक के आखिरी वर्षों और... NOV 16 , 2018
भारतीय मूल के नोबेल पुरस्कार विजेता और लेखक वीएस नायपॉल का निधन साहित्य का नोबल पुरस्कार जीतने वाले भारतीय मूल के मशहूर लेखक वीएस नायपॉल ने रविवार तड़के अपनी आखिरी... AUG 12 , 2018
‘सेवा सदन’ सौ वर्ष बाद भी प्रासंगिक प्रेमचंद की सभी रचनाएं सामाजिक सरोकारों से ओतप्रोत हैं। सेवा सदन उनका ऐसा ही उपन्यास है, जो इस साल सौ... JUL 10 , 2018