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बिहार में असमंजस में आम आदमी पार्टी के नेता

बिहार में असमंजस में आम आदमी पार्टी के नेता

बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर सरगर्मी तेज है लेकिन इस सरगर्मी के बीच सबसे ज्यादा असमंजस आम आदमी पार्टी के नेताओं के बीच है। कभी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की करीबी रही परवीन अमानुल्लाह अब आदमी पार्टी की नेता हैं जो कि लगातार क्षेत्र में काम कर रही हैं। लेकिन खबर यह आ रही है कि आम आदमी पार्टी बिहार चुनाव में नीतीश कुमार को समर्थन दे सकती है ऐसे में अब यह कार्यकर्ता क्या करें इसको लेकर संशय बना हुआ है।
शत्रुघ्न ने मांझी के बहाने डीएनए वाले बयान पर साधा निशाना

शत्रुघ्न ने मांझी के बहाने डीएनए वाले बयान पर साधा निशाना

भाजपा सांसद शत्रुघ्न सिन्हा अपने ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधने में नहीं चूक रहे। पिछले कुछ दिनों से नीतीश कुमार के संग नजदीकियां बढ़ा रहे शत्रुघ्न ने इस बार मांझी द माउंटेन मैन फिल्म के बहाने नरेंद्र मोदी के डीएनए वाले बयान पर निशाना साधा है।
भारत के 393 के जवाब में श्रीलंका 3 विकेट पर 140

भारत के 393 के जवाब में श्रीलंका 3 विकेट पर 140

अपना आखिरी टेस्ट मैच खेल रहे कुमार संगकारा भारतीयों की संयमित गेंदबाजी के आगे बड़ा स्कोर खड़ा करने में नाकाम रहे लेकिन श्रीलंका ने गुरुवार को यहां दूसरे दिन का खेल समाप्त होने तक तीन विकेट पर 140 रन बनाकर दूसरे टेस्ट क्रिकेट मैच को बराबरी पर बनाए रखा।
चुनावी माहौल में बिहार के लिए बड़े पैकेज का एलान

चुनावी माहौल में बिहार के लिए बड़े पैकेज का एलान

आपने पुकारा और हम चले आए, कुछ इसी अंदाज में आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिहार की जनता को लुभाने की कोशिश में लगे थे। मंगलवार को आरा और सहरसा में परिवर्तन रैली में मोदी ने बिहार के लिए सवा लाख करोड़ के पैकेज की घोषणा भी की। आरा में सरकारी कार्यक्रम होने के बावजूद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस कार्यक्रम में नहीं पहुंचे।
महत्वकांक्षाओं में उलझे ब्रदर्स

महत्वकांक्षाओं में उलझे ब्रदर्स

अक्षय कुमार बॉक्स ऑफिस के पावर हाउस हैं तो सिद्धार्थ मल्होत्रा भविष्य के सितारे। और जैकी श्रॉफ तो हैं ही दमखम दिखाने वाले। निर्देशक करण मल्होत्रा की ब्रदर्स में इन सभी सितारों को उनकी भूमिका निभाने का पर्याप्त मौका मिला है।
नीतीश के महागठबंधन में दरार, एनसीपी नाराज

नीतीश के महागठबंधन में दरार, एनसीपी नाराज

बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के महागठबंधन में अपने लिए मात्र तीन विधानसभा सीटें छोड़े जाने को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने न केवल अपना अपमान माना है बल्कि आरोप लगाया है कि सीट बंटवारे में उसकी अनदेखी की गई है। राकांपा के इस रुख से महागठबंधन में दरार दिखाई पड़ने लगी है।
बिहार में जीत के लिए हर रणनीति

बिहार में जीत के लिए हर रणनीति

भारतीय जनता पार्टी बिहार में मिशन 185 के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जहां जुमलों के जरिये मुख्य‍मंत्री नीतीश कुमार और पूर्व मुख्य‍मंत्री लालू यादव पर निशाना साध रहे हैं वहीं ये जुमले विधानसभा चुनाव में मुद्दा बनते जा रहे हैं। चुनाव जीतने के लिए भाजपा हर रणनीति अपना रही है। पूर्व सांसद साबिर अली के बाद चारा घोटाले के आरोपी पूर्व मंत्री आरके राणा के पुत्र अमित राणा को भी भाजपा में शामिल कर लिया गया है। इसको लेकर भाजपा के ही लोग दबे स्वरों में सवाल उठाते हैं।
एक पत्रकार जो फिल्म की कहानी बन गया

एक पत्रकार जो फिल्म की कहानी बन गया

गरीबी और भ्रष्टाचार को कैमरे से कैद करने वाला एक युवा पत्रकार खुद फिल्म की कहानी बन गया। वह छोटे-छोटे सरकारी कार्यालयों में भ्रष्टाचार और गरीबी पर वीडियो बना उन्हें इंटरनेट पर लोड कर देता। उसकी कहानियां वाशिंगटन डीसी के लॉयरेल ग्वीज डेक और ग्रेगरी वॉल्स ने देखी तो उसपर फिल्म बनाने के लिए भारत आ पहुंचे। फिल्म लगभग तैयार है।
मोदी को 50 लाख बिहारियों के डीएनए सैंपल भेजेंगे नीतीश

मोदी को 50 लाख बिहारियों के डीएनए सैंपल भेजेंगे नीतीश

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मुजफ्फरपुर रैली और इसके बाद गया रैली में उनके दिए भाषणों में ‘डीएनए’ टिप्पणी के जिक्र पर बिहार के मुख्यमंत्री नीती‌श कुमार ने सख्त प्रतिक्रिया जताई है। उन्होंने सोमवार को ट्वीट कर कहा कि उनके शब्दवापसी अभियान के तहत बिहार की 50 लाख जनता अपने डीएनए सैंपल मोदीजी को भेजेगी।
भीष्म साहनी के जन्म शताब्दी वर्ष में 'चीफ की दावत'

भीष्म साहनी के जन्म शताब्दी वर्ष में 'चीफ की दावत'

लेखक परिचय: 8 अगस्त 1915 में रावलपिंडी में जन्म। आधुनिक हिंदी साहित्य के प्रमुख स्तंभों में एक। सन 1937 में लाहौर गवर्नमेंट कॉलेज, लाहौर से अंग्रेजी साहित्य में एमए करने के बाद उन्होंने सन 1958 में पंजाब विश्वविद्यालय से पीएचडी की उपाधि हासिल की। विभाजन के बाद भारत आकर समाचार पत्रों में लिखा और भारतीय जन नाट्य संघ (इप्टा) से भी जुड़े। अंबाला और अमृतसर में अध्यापक रहने के बाद दिल्ली विश्वविद्यालय में भी साहित्य के प्रोफेसर रहे। भाग्य-रेखा, पहला पाठ, भटकती राख, पटरियां, वाङचू, शोभायात्रा, निशाचर, पाली नाम से कहानी संग्रह के साथ झरोखे, कड़ियां, तमस, बसंती, मय्यादास की माड़ी, कुंतो, नीलू नीलिमा नीलोफर उपन्यास बहुत चर्चित रहे। इस साल उनका जन्मशताब्दी वर्ष मनाया जा रहा है। सन 1975 में तमस के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार और इसी वर्ष शिरोमणि लेखक अवार्ड (पंजाब सरकार) मिला। सन 1980 में एफ्रो एशियन राइटर्स असोसिएशन का लोटस अवार्ड, 1983 में सोवियत लैंड नेहरू अवार्ड और 1998 में पद्मभूषण अलंकरण से विभूषित किया गया।