राजद अध्यक्ष लालू यादव की मुश्किलें दिन पर दिन बढ़ती दिखाई दे रही हैं। महागठबंधन में फूट और नीतीश कुमार के एनडीए के पाले में जाने के बाद उनके खिलाफ मनी मनी लॉड्रिंग का शिकंजा भी कसने लगा है।
यूपी के फर्रुखाबाद इलाके में एक मुस्लिम परिवार के 10 सदस्यों के साथ मारपीट और लूट की वारदात से कानून-व्यवस्था की स्थिति फिर सवालों के घेरे में आ गई है। इससे पहले हरियाणा भी ट्रेन में भीड़ ने ईद की खरीदारी से लौट रहे जुनैद नाम के युवक को पीट-पीटकर मार दिया था।
'आवारा भीड़ के खतरे' नामक शीर्षक के अपने निबंध में हिन्दी साहित्य जगत के मूर्धन्य निबंधकार हरिशंकर परसाई जी लिखते हैं, "दिशाहीन, बेकार, हताश, नकार वादी और विध्वंस वादी युवकों की यह भीड़ खतरनाक होती। इसका उपयोग खतरनाक विचारधारा वाले व्यक्ति या समूह कर सकते हैं। इसी भीड़ का उपयोग नेपोलियन, हिटलर और मुसोलिनी जैसे लोगों ने किया था।"
मॉब लिचिंग के खिलाफ देशभर में बुधवार को प्रदर्शन हुआ। सामाजिक कार्यकर्ता, पत्रकार, सहित फिल्मी जगत के लोगों ने अल्पसंख्यकों पर हो रहे हमलों का पुरजोर विरोध किया। साथ ही मॉब लिचिंग के खिलाफ कानून बनाने की मांग रखी।
झारखंड के गिरीडीह जिले में एक मुस्लिम के घर के बाहर मृत गाय मिलने पर बौखलाए गांव वालों ने उस शख्स की खूब पिटाई की। सिर्फ इतना ही नहीं गांव वालों में इतना गुस्सा था कि उन्होंने उस मुस्लिम शख्स के घर को भी जला दिया।