गौ रक्षा के नाम पर आए दिन कुछ न कुछ घटनाएं हो रही हैं। इस बीच एक चौंकाने वाली रिपोर्ट आई है। रिपोर्ट में बताया गया है कि गाय के नाम पर हिंसा में मरने वाले 97 प्रतिशत घटनाएं मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद हुई हैं।
छत्तीसगढ़ के बस्तर में सुरक्षाबलों की ओर से करीब 56 घंटे तक चलाए गए ‘ऑपरेशन प्रहार’ में सेना को बड़ी कामयाबी हासिल हुई है। इस अभियान में 24 नक्सली मारे गए जबकि 10 के घायल होने की खबर है। इस अभियान में डीआरजी के तीन जवान भी शहीद हो गए हैं।
पिछले दिनों झारखंड की राजधानी रांची में आत्मसमर्पण करने वाले नक्सली कुंदन पाहन ने एक बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने दावा किया कि साल 2000 में नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्पकमल दहल प्रचंड के साथ उसने झुमरा पहाड़ पर हथियार चलाने की ट्रेनिंग ली थी।
छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में हुए नक्सली हमले में शहीदों के शवों के साथ दिल दहला देने वाली बर्ताव की बात सामने आई है। जानकारी के मुताबिक नक्सली मुठभेड़ में शहीद हुए करीब 6 जवानों के गुप्तांगों को नक्सलियों द्वारा काट दिया गया।
साठ के दशक में बंगाल के जिस नक्सलबाड़ी इलाके से पनपा उग्र वामपंथ सोमवार को सीआरपीएफ के 25 जवानोंं की मौत का कारण बना, वहां आज भाजपा अध्यक्ष अमित शाह एक आदिवासी के घर खान खाते नजर आए।