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Search Result : "NobelPrize in Literature"

जन्मदिन: किसानों का दर्द, गांधी होने के मायने और कलम की ताकत बतातीं 'दिनकर' की तीन कविताएं

जन्मदिन: किसानों का दर्द, गांधी होने के मायने और कलम की ताकत बतातीं 'दिनकर' की तीन कविताएं

रामधारी सिंह 'दिनकर' स्वतन्त्रता से पहले एक विद्रोही कवि के रूप में स्थापित हुए और स्वतन्त्रता के बाद...
साहित्य से जुड़ेगी रेल, लेकिन हादसों पर कब कसेगी नकेल?

साहित्य से जुड़ेगी रेल, लेकिन हादसों पर कब कसेगी नकेल?

सुरेश प्रभु ने सुझाव दिया है कि कुछ ट्रेनों के नाम साहित्यकारों के नाम पर रखे जाएं। इसमें न सिर्फ लेखक को, बल्कि वह जिस इलाके का है उसे भी तरजीह दी जाएगी।
अमिताव घोष को मुंबई में मिला लाइफ टाइम अचीवमेंट पुरस्कार

अमिताव घोष को मुंबई में मिला लाइफ टाइम अचीवमेंट पुरस्कार

अंग्रेजी के मशहूर भारतीय लेखक अमिताव घोष को मुंबई साहित्य उत्सव के टाटा लिटरेचर लाइव में लाइफ टाइम अचीवमेंट पुरस्कार से सम्मानित किया गया। 11 जुलाई,1956 को कोलकाता में जन्में और उम्र छह दशक पूरा करने वाले अमिताव घोष को न केवल इससे पूर्व विदेश में प्रिक्स मेडीसिस इंट्रांजर, आर्थर सी. क्लार्क अवार्ड से नवाजे गए, बल्कि उन्हें देश का प्रतिष्ठित पद्म श्री सम्मान भी प्राप्त हुआ है।
बॉब डिलन को साहित्य का नोबेल पुरस्कार सही निर्णय नहीं : बांड

बॉब डिलन को साहित्य का नोबेल पुरस्कार सही निर्णय नहीं : बांड

विख्यात लेखक रस्किन बांड ने आज कहा कि गायक-गीतकार बॉब डिलन को साहित्य का नोबेल पुरस्कार देने का निर्णय सही नहीं है और यह उन सभी महान लेखकों का एक अपमान है जिन्हें यह पुरस्कार अभी तक मिला है।
अमेरिकी गायक और गीतकार बॉब डिलेन को मिला साहित्य का नोबेल पुरस्कार

अमेरिकी गायक और गीतकार बॉब डिलेन को मिला साहित्य का नोबेल पुरस्कार

अमेरिकी गीतकार बॉब डिलेन को इस साल का नोबेल साहित्य पुरस्कार दिया जाएगा। डिलेन यह प्रतिष्ठित सम्मान हासिल करने वाले पहले गीतकार हैं। इस घोषणा ने पुरस्कार पर नजर जमाए हुए लोगों को हैरान कर दिया है।
साहित्‍य समारोह में अनुपम खेर को श्रोताओं ने किया खारिज

साहित्‍य समारोह में अनुपम खेर को श्रोताओं ने किया खारिज

मुंबई में एक साहित्य समारोह के दौरान अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को लेकर हो रही बहस तब गरमा गई जब अनुपम खेर ने मंच से आरोप लगा दिया कि कार्यक्रम में किराए की भीड़ लाई गई है।
राजेंद्र राव की कहानी 'दोपहर का भोजन'

राजेंद्र राव की कहानी 'दोपहर का भोजन'

राजेंद्र राव शिक्षा और पेशे से भले ही इंजीनियर रहे हों, मगर उनका मन सदैव साहित्य और पत्रकारिता में ही रमा रहा । तकनीकी और प्रबंधन के क्षेत्र में काफी समय बिताने के बाद अवसर मिलते ही साहित्यिक पत्रकारिता में आ गए। कृतियों में एक उपन्यास, सात कथा संकलन और कथेतर गद्य के बहुचर्चित संकलन उस रहगुजर की तलाश है । संप्रति दैनिक जागरण में साहित्य संपादक।
साहित्य का नोबेल श्वेतलाना एलेक्सिविच को

साहित्य का नोबेल श्वेतलाना एलेक्सिविच को

वर्ष 2015 का साहित्य का नोबेल पुरस्कार बेलारूस की लेखिका श्वेतलाना एले‌क्सिविच को देने की घोषणा की गई है। हमारे वक्त में अपने बहुस्वरीय लेखन के जरिये व्यथा एवं साहस को ध्वनित करने के लिए उन्हें यह सम्मान दिया जाएगा।
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