राजनीति का उत्तर राजनीति नहीं है अवधी का एक मुहावरा है, ‘नौ दिन चले अढ़ाई कोस।’ मतलब यह है कि नौ दिन की यात्रा करने के बाद अढ़ाई कोस तक... NOV 22 , 2018
मौजूदा दौर में लोग सब देख रहे हैं आजादी के बाद से देश में काफी विकास हुआ है। देश के सामाजिक, राजनीतिक और साहित्यिक क्षेत्र में बहुत कुछ... NOV 21 , 2018
इस अकाल वेला में "साहित्य, संस्कृति, समाज और राजनीति के समक्ष आज की चुनौतियां" बात नब्बे के दशक के आखिरी वर्षों और... NOV 16 , 2018
भारतीय मूल के नोबेल पुरस्कार विजेता और लेखक वीएस नायपॉल का निधन साहित्य का नोबल पुरस्कार जीतने वाले भारतीय मूल के मशहूर लेखक वीएस नायपॉल ने रविवार तड़के अपनी आखिरी... AUG 12 , 2018
‘सेवा सदन’ सौ वर्ष बाद भी प्रासंगिक प्रेमचंद की सभी रचनाएं सामाजिक सरोकारों से ओतप्रोत हैं। सेवा सदन उनका ऐसा ही उपन्यास है, जो इस साल सौ... JUL 10 , 2018
असगर वजाहतः नफरतों के शोलों में ठंडक देते अल्फाज आज जब नफरतों, अफवाहों का बाजार गर्म है। सांप्रदायिकता, असहिष्णुता का दौर है और किसी खास वर्ग का आम... JUL 05 , 2018
#MeToo कैंपेन का असर, नहीं दिया जाएगा इस साल साहित्य का नोबेल पुरस्कार नोबेल पुरस्कार देने वाली संस्था स्वीडिश अकादमी में शामिल फ्रेंच फोटोग्राफर ज्यां क्लाड अरनॉल्ट पर... MAY 04 , 2018
रायपुर में तीन दिन चला फिल्म एंड लिटरेचर फेस्टिवल, ये रही खास बातें -रवि भोई छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में जनवरी के पहले हफ्ते में तीन दिवसीय द ग्रेट इंडियन फिल्म एंड... JAN 07 , 2018
जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल में दिखेंगे साहित्य-कला के नये रंग, जानें कौन-कौन होंगे शामिल साहित्य जगत का कुंभ कहे जाने वाले ‘जयपुर साहित्योत्सव’ में अगले साल जनवरी(2018) में एक बार फिर से... DEC 14 , 2017
अर्थशास्त्री ज्यां द्रेज ने कहा, गुजरात किसी भी पैमाने पर मॉडल नहीं प्रसिद्ध अर्थशास्त्री और सामाजिक कार्यकर्ता ज्यां द्रेज ने रविवार को कहा कि इस बात के कोई साक्ष्य... NOV 27 , 2017