रियो ओलिंपिक में देश को ब्रॉन्ज मेडल दिलाने वाली महिला रेसलर साक्षी मलिक हरियाणा सरकार से नाराज हैं। साक्षी ने ट्वीट कर सरकार के प्रति यह नाराजगी जाहिर की है। साक्षी ने कहा कि मेडल का वादा मैंने पूरा किया, हरियाणा सरकार अपना वादा कब पूरा करेगी। साथ ही उसने सवाल किया कि मेरे पदक जीतने के बाद हरियाणा सरकार की ओर से की गईं सारी घोषणाएं क्या सिर्फ मीडिया के लिए थी? रेसलर ने इस ट्वीट में सीएमओ ऑफिस, हरियाणा के खेल मंत्री अनिल विज और केंद्रीय खेल मंत्री विजय गोयल को टैग किया है।
दागी सुरेश कलमाड़ी और अभय सिंह चौटाला को आजीवन अध्यक्ष नियुक्त करने के लिए चौतरफा आलोचनाओं का सामना करने के बाद भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) को यह विवादास्पद फैसला वापस लेने को बाध्य होना पड़ा है।
भारतीय जिम्नास्ट और रियो ओलंपिक में बेहतर प्रदर्शन करने वाली दीपा करमाकर तोहफे में मिली बीएमडब्ल्यू कार को वापस करना चाहती हैं। रियो ओलंपिक में फाइनल खेलने वाली दीपा इस तोहफे को लौटाना चाहती हैं क्योंकि महंगी और आलीशान कार को मैंटेन करना उनके लिए आसान नहीं है।
भालाफेंक खिलाड़ी देवेंद्र झाझरिया परालम्पिक में दो स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय बन गए जिन्होंने अपना ही विश्व रिकार्ड तोड़कर रियो खेलों में पीला तमगा जीता। एथेंस ओलंपिक 2004 में स्वर्ण पदक जीतने वाले देवेंद्र ने एफ 46 वर्ग में अपना ही विश्व रिकार्ड तोड़कर स्वर्ण पदक जीता। देवेंद्र का पिछला रिकार्ड 62 .15 मीटर का था जो उन्होंने एथेंस ओलंपिक 2004 में बनाया था। यहां उन्होंने 63.97 मीटर का रिकार्ड बनाया।
रियो पैरालंपिक में भारतीय खिलाड़ियों ने उस समय इतिहास रच दिया जब मरियाप्पन थंगावेलू परालंपिक खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाले तीसरे भारतीय बन गए जबकि वरूण भाटी ने टी42 ऊंची कूद में कांस्य पदक जीता।
देश में क्रिकेट को सबसे लोकप्रिय खेल माना जाता है। लेकिन बैडमिंटन ने अब इस खेल को पीछे कर दिया है। रियो ओलम्पिक खेलों में स्वर्ण पदक के लिए हुए महिला सिंगल्स मैच में भारतीय शटलर पी.वी. सिंधु और स्पेन की कैरोलिना मारिन के बीच हुए मैच को विश्व कप क्रिकेट टी-20 सेमीफाइनल मैच से भी ज्यदा दर्शक मिले हैं।
साइना नेहवाल और पीवी सिंधू के लगातार ओलंपिक खेलों में पदक के दौरान इन दोनों खिलाड़ियों का मार्गदर्शन करने वाले मुख्य बैडमिंटन कोच पुलेला गोपीचंद ने कहा कि वह भाग्यशाली थे कि पढ़ाई में अच्छे नहीं थे और आईआईटी परीक्षा पास नहीं कर पाने से उनके सफल खिलाड़ी बनने का रास्ता खुला।
भारतीय पहलवान योगेश्वर दत्त का लंदन ओलंपिक में जीता कांस्य पदक रजत में बदल गया जब दूसरे स्थान पर रहे रूस के दिवंगत बेसिक कुडुखोक को डोप टेस्ट में नाकाम रहने के कारण पदक गंवाना पड़ा।
भाजपा सांसद एवं दलित नेता उदित राज ने एथलीट उसेन बोल्ट के प्रशिक्षक का हवाला देते हुए अपने एक ट्वीट में यह कहकर आज लोगों को चौंका दिया कि गरीबी में जन्म लेने के बावजूद जमैका के एथलीट उसेन बोल्ट ओलंपिक में नौ स्वर्ण पदक जीत पाए क्योंकि उनके प्रशिक्षक ने उन्हें दिन में दो बार बीफ खाने की सलाह दी थी।