श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग स्थित पंपोर की एक सरकारी इमारत में छिपे आतंकियों को मार गिराने के लिए चलाए जा रहे अभियान का बुधवार को तीसरा दिन रहा और सुरक्षा बलों की कार्रवाई में अब तक दो आतंकी मारे जा चुके हैं। अधिकारियों ने कहा कि 50 घंटे से ज्यादा समय से चल रहे अभियान में मारे गए दो आतंकियों के शव बरामद किए जा चुके हैं।
श्रीनगर से 15 किलोमीटर दूर पंपोर में श्रीनगर-जम्मू हाईवे पर स्थित इंटरप्रेन्योरशिप डेवलपमेंट इंस्टीट्यूट (ईडीआई) की इमारत में छिपे आतंकियों को 52 घंटे तक चली कार्रवाई में मार गिराया गया है, लेकिन इस घटना से सुरक्षा चौकसी में खामियां भी सामने आई हैं। खुफिया विभाग के द्वारा राज्य प्रशासन को सतर्क किए जाने के बावजूद सुरक्षा बलों को चौकस नहीं किया गया। नतीजा यह कि झेलम नदी पार कर घुसे आतंकी आराम से इस परित्यक्त सरकारी इमारत में घुस बैठे। उनका इरादा इस इमारत से कुछ ही दूरी पर स्थित सेना के 15 कोर के मुख्यालय और सीमा सुरक्षा बल के शिविर पर हमला करने का था।
कश्मीर घाटी में हिंसा की वजह से पिछले कई दिनों से जारी कर्फ्यू शनिवार को हटा लिया गया। हालांकि श्रीनगर, अनंतनाग और पाम्पोर के कुछ हिस्सों में अभी भी कर्फ्यू जारी है। अलगाववादी समर्थित हड़ताल के कारण घाटी में जनजीवन अब भी अस्त-व्यस्त है।
जम्मू-कश्मीर के पंपोर में सीआरपीएफ पर हुए आतंकी हमले में शहीद जवान वीर सिंह के अंतिम संस्कार में उनकी जाति को लेकर बवाल खड़ा कर दिया गया। मामले को तूल पकड़ता देख प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद शहीद का अंतिम संस्कार कराया गया।