ब्रिटेन आम चुनाव में एक ओर जहां किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत हासिल नहीं हुआ है, तो वहीं दूसरी ओर इस चुनाव में एक ऐतिहासिक जीत दर्ज हुई है। इस चुनाव में लेबर पार्टी के दो सिख उम्मीदवारों को जीत मिली है, जिसमें प्रीत कौर गिल ब्रिटेन की पहली महिला सिख सांसद और तनमनजीत सिंह धेसी पार्टी के पहले पगड़ीधारी सांसद बन गए हैं।
दिल्ली में 1984 के सिख विरोधी दंगा मामले में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जगदीश टाइटलर ने लाई डिटेक्टर टेस्ट कराने से इंकार कर दिया है। पूर्व में इस मामले में सीबीआई जगदीश टाइटलर को क्लीन चिट दे चुकी थी।
अमेरिका में शराब के नशे में धुत यात्रियों ने 25 वर्षीय एक सिख कैब चालक से मारपीट की और उसकी पगड़ी खींची। पुलिस इस मामले की जांच संभावित घृणा अपराध के तौर पर कर रही है।
उत्तर प्रदेश के वरिष्ठ काबीना मंत्री आजम खां ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि मोदी को सार्वजनिक मंच पर जय श्रीराम के साथ-साथ नारा-ए-तकबीर और वाहे गुरु का खालसा का नारा भी लगाना चाहिये।
कांग्रेस पार्टी की पश्चिम बंगाल इकाई ने शनिवार को पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के एक विवादित बयान को ट्वीट कर विवाद खड़ा कर दिया। राजीव गांधी की जयंती के अवसर प्रदेश कांग्रेस के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर 1984 के सिख विरोधी दंगे के बाद गांधी द्वारा दिए गए विवादास्पद बयान को पोस्ट करने से हंगामा मच गया। हालांकि बाद में पार्टी ने ट्वीट को हटा लिया और अपना अकाउंट हैक किए जाने का दावा किया।
एक पाकिस्तानी मूल के अमेरिकी सैनिक के माता पिता के समर्थन में अपनी आवाज उठाते हुए शहीद हुए एक सिख मरीन के परिजनों ने कहा है कि वे डोनाल्ड ट्रंप की टिप्पणियों से आहत हैं और यह राजनीतिक खेल खेलने के समान है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने स्वर्ण मंदिर में लगभग 25 मिनट तक लंगर हाल में बर्तन साफ करने की सेवा की तथा श्री अकाल तख्त पर जाकर अरदास की और कड़ाह प्रसाद चढ़ाया। बताया जाता है कि केजरीवाल स्वर्ण मंदिर में माफी मांगने के लिए पहुंचे थे लेकिन वहां वो बर्तन साफ करने को लेकर नए विवाद में घिर गये हैं।
कनाडा में एक सिख व्यक्ति को एक नायक की तरह सराहा जा रहा है क्योंकि उसने सूझबूझ का परिचय देते हुए अपनी पगड़ी की मदद से नदी में डूब रही लड़की को बाहर निकाल लिया।
राष्ट्रपति द्वारा हाल ही में संसद द्वारा पारित किए गए एक विधेयक को मंजूरी देने के साथ ही अब दाढ़ी और केश कटा चुके, धूम्रपान करने वाले या शराब पीने वाले लोग सिखों के धार्मिक निकायों के चुनाव में वोट नहीं डाल सकते।