Advertisement

Search Result : "Singal premium retirement plan"

रिटायर हो रहे ड्राइवर को डीएम का तोहफा, खुद गाड़ी चलाकर दफ्तर ले गए

रिटायर हो रहे ड्राइवर को डीएम का तोहफा, खुद गाड़ी चलाकर दफ्तर ले गए

दिल को छू लेने वाली एक पहल के तहत महाराष्ट्र में एक जिलाधिकारी ने बिल्कुल ही निराले अंदाज में सेवानिवृत्त हो रहे अपने ड्राइवर का सम्मान किया। जिलाधिकारी ने ड्राइवर को अपनी सजी-धजी सरकारी गाड़ी में पिछली सीट पर बिठाया और खुद गाड़ी चलाकर कार्यालय तक लेकर गए। सेवानिवृत्ति के दिन अपने उच्चाधिकारी से ऐसी सम्मानजनक विदाई पाकर चालक भाव विह्वल हो उठा।
महाराष्‍ट्र नगरीय चुनाव, मतभेद भुला शिवसेना-भाजपा का गठबंधन

महाराष्‍ट्र नगरीय चुनाव, मतभेद भुला शिवसेना-भाजपा का गठबंधन

महाराष्‍ट्र की सत्ता में साझेदार शिवसेना और भाजपा ने 212 नगर परिषदों और नगर पंचायतों के चुनावों के लिए गठबंधन का शुक्रवार को एलान किया। आपसी मतभेद भुलाकर नगरीय चुनावों में एक साथ विरोधी दलों का सामना करने की यह रणनीति महाराष्‍ट्र की राजनीति में काफी बदलावा ला सकती है।
बनेगा बॉर्डर सिक्योरिटी ग्रिड, 2018 तक सील होगी भारत-पाकिस्तान सीमा

बनेगा बॉर्डर सिक्योरिटी ग्रिड, 2018 तक सील होगी भारत-पाकिस्तान सीमा

केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने आज कहा कि वर्ष 2018 तक भारत पाक सीमा को सील कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि देश पर किसी तरह की आंच नहीं आने दी जाएगी।
रिटायर होने के बाद प्रणव दा राष्ट्रपति भवन से सिर्फ निजी किताबें ले जाएंगे

रिटायर होने के बाद प्रणव दा राष्ट्रपति भवन से सिर्फ निजी किताबें ले जाएंगे

राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी रिटायरमेंट की तैयारियों में जुटे हैं। जब वे राष्ट्रपति चुने गए थे, तब उन्होंने राष्ट्रपति भवन जाने के पहले कहा था कि वे राजनीतिक जीवन की सरगर्मियों को मिस कर रहे हैं। अब बतौर राष्ट्रपति कार्यकाल खत्म होने के बाद के जीवन के लिए चुपचाप तैयारी कर रहे हैं। राष्ट्रपति भवन के बाद उनका अगला ठिकाना 34, एपीजे अब्दुल कलाम रोड होगा। वहां वे अपनी पुरानी किताबें ले जाएंगे। बाकी चीजें वे राष्ट्रपति भवन के संग्रहालय के लिए छोड़ देंगे।
जीएसटी: सरकार के समक्ष 60,000 अधिकारियों को प्रशिक्षण देने की चुनौती

जीएसटी: सरकार के समक्ष 60,000 अधिकारियों को प्रशिक्षण देने की चुनौती

सरकार की एक अप्रैल से वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) लागू करने की योजना के साथ राजस्व विभाग के समक्ष 60,000 फील्ड अधिकारियों को प्रशिक्षण देने की एक बड़ी चुनौती है। विभाग अब तक केवल 3,074 कर्मियों को ही जरूरी प्रशिक्षण उपलब्ध करा पाया है।
शनि के चंद्रमा टाइटन पर पनडुब्बी भेजने की नासा की योजना

शनि के चंद्रमा टाइटन पर पनडुब्बी भेजने की नासा की योजना

शनि के चंद्रमा टाइटन पर मौजूद सबसे बड़े महासागर की गहराई का पता लगाने और जीवन के संकेतों को तलाशने की मुहिम के तहत नासा वहां एक पनडुब्बी भेजने की योजना बना रहा है।
वैष्णों देवी के लिए बनेगा अगले 50 सालों का मास्टर प्लान

वैष्णों देवी के लिए बनेगा अगले 50 सालों का मास्टर प्लान

जम्मू-कश्मीर में स्थित वैष्णों देवी में श्रद्धालुओं के बढ़ते दबाव और तीर्थ यात्रियों को बेहतर सुविधाएं देने के लिए एक नया मास्टर प्लान बनाने की अनुशंसा की गई है। जम्मू कश्मीर के रियासी जिला स्थित माता वैष्णोदेवी गुफा मंदिर के पूरे क्षेत्र के लिए जल्द ही अगले 50 सालों के लिए मास्टर प्लान बनेगा।
ओलंपिक के बाद आराम करना चाहता हूं : राष्ट्रीय मुक्केबाजी कोच संधू

ओलंपिक के बाद आराम करना चाहता हूं : राष्ट्रीय मुक्केबाजी कोच संधू

राष्ट्रीय मुक्केबाजी कोच गुरबक्श सिंह संधू लंबे समय से भारतीय टीम से जुड़े हुए हैं लेकिन उन्होंने अगले महीने होने वाले ओलंपिक के बाद अपने पद से हटने का संकेत दिया, उन्होंने कहा कि वह रियो अभियान खत्म होने के बाद आराम करना चाहते हैं।
मास्‍को में जब मनमोहन सिंह का विमान क्रैश होने से बच गया

मास्‍को में जब मनमोहन सिंह का विमान क्रैश होने से बच गया

पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह रूस की यात्रा के दौरान विमान हादसे का शिकार होते बाल बाल बच गए थे। उनका विमान क्रैश होने के काफी करीब था। रूस के मास्को में लैंडिंग से पहले सिंह बाल-बाल बचे थे। द फ्लाइट्स डाटा रिकॉर्डर (एफडीआर) से यह चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है।
ब्र‍ेग्जिट के बाद मेग्जिट का भूकंप : प्‍लीज, लौट आओ मेसी

ब्र‍ेग्जिट के बाद मेग्जिट का भूकंप : प्‍लीज, लौट आओ मेसी

देश बड़ा है या क्‍लब ? जो लोग लियोनेल मेसी के खेल में कोई कमी नहीं ढूंढ़ पाते, वे अंत में यही सवाल उछाल देते हैं। जैसा कि इन दिनों हो रहा है। आलोचक आंकड़ों के जरिये यह कुतर्क दे रहे हैं कि लियोनेल मेसी का दिल देश के लिए नहीं, क्‍लब के लिए धडक़ता है। क्‍लब के लिए वह जी-जान एक कर देते हैं लेकिन देश के लिए उनके मन में तरंगें तक नहीं उठतीं। और यह सब ऐसे खिलाड़ी के लिए कहा जा रहा है जो कई वर्षों से अर्जेंटीना की टीम की ताकत बना हुआ है। जिसके बूते अर्जेंटीना की टीम विश्वकप फाइनल खेलती है, लगातार दो बार कोपा अमेरिका कप के फाइनल में पहुंची है। कोई यह सवाल नहीं उठाता कि अर्जेंटीना तो फाइनल में पहुंचने लायक ही नहीं थी लेकिन इसके बावजूद मेसी उसे यहां तक ले आए। हां, फाइनल न जीत पाने का ठीकरा आलोचक जरूर उनके सिर पर फोड़ते रहे हैं। देश उनके लिए क्‍या है? यह उनका संन्यास का फैसला ही बता देता है।
Advertisement
Advertisement
Advertisement