पूर्व तेज गेंदबाज भरत अरुण को भारतीय क्रिकेट टीम का गेंदबाजी कोच नियुक्तल किया गया है। साथ ही, संजय बांगर को टीम का सहायक कोच जबकि आर. श्रीधर टीम को फील्डिंग कोच नियुक्त किया है।
आज आधी से लागू होने वाले देश के बड़े आर्थिक सुधार जीएसटी प्रणाली को लेकर समाजवादी पार्टी अपना रुख स्पष्ट नहीं कर पा रही है। जीएसटी लागू होने में महज कुछ ही घंटे बचे और सपा अभी भी य सोच नहीं पा रही है कि वे इसका समर्थन करें या विरोध।
रविवार 18 जून को आईसीसी चैंपियंस ट्राफी के फाइऩल में भिड़ने के लिए भारत व पाक की टीमें तैयार है। यह संयोग ही है कि टूर्नामेंट के शुरुआती मुकाबले के बाद दोनों टीमें फाइनल में पहुंची हैं। 32 साल बाद दोनों टीमों का मुकाबला होगा जिसके कारण रविवार का दिन दर्शकों के लिए काफी खास रहेगा। इस हाई वोल्टेज मैच से दोनों टीमों के खिलाड़ी बयानबाजी कर एक दूसरे पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहे हैं। मैच में विराट कोहली को लेकर खासी उम्मीदें लगाई जा रही हैं।
सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दाखिल की गई है। इसमें अनुरोध किया गया है- नया जांच आयोग गठित करके गांधी की हत्या के पीछे की बड़ी साजिश का खुलासा किया जाए। इसमें कहा गया कि क्या यह इतिहास में मामला ढकने की सबसे बड़ी घटनाओं में से एक है, और क्या गांधी की मौत के लिए विनायक दामोदर सावरकर को जिम्मेदार ठहराने का कोई आधार है या नहीं।
फर्जी खबरें रोज नए-नए शिकार खोज लेेेेती हैं। हाल ही में पत्रकार मधु त्रेहान को लेकर खबर आई कि उन्होंने फिल्म बाहुबली में मुस्लिम कलाकारों के नहीं होने पर सवाल उठाया है। इस मुद्देे को लेकर सोशल मीडिया में उनके खिलाफ खूब जहर उगला गया। जबकि त्रेहान का कहना है कि उनके हवाले से गलत बातें फैलाई जा रही हैं।
शिवसेना के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने दिवंगत क्रांतिकारी और स्वतंत्रता सेनानी विनायक दामोदर सावरकर को देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न देने की मांग की है।
राज्यसभा में सपा के एक सदस्य ने सचिन तेंदुलकर और रेखा के सदन की कार्यवाही में शामिल नहीं होने पर आपत्ति जतायी और सवाल किया कि अगर उनकी रूचि इसमें नहीं है तो क्या उन्हें इस्तीफा नहीं दे देना चाहिए।
मद्रास उच्च न्यायालय ने शुक्रवार को उस जनहित याचिका को खारिज कर दिया जिसमें केंद्र सरकार को दिवंगत अन्नाद्रमुक नेता जे जयललिता को भारत रत्न देने का निर्देश देने की मांग की गई थी। अदालत ने कहा कि वह एेसे मामलों में दखल देना नहीं चाहती है।
विवेक मिश्र को साहित्यिक पत्रिका हंस में प्रकाशित उनकी कहानी ‘और गिलहरियां बैठ गईं’ के लिए अठारहवें रमाकांत स्मृति कहानी पुरस्कार से सम्मानित किया गया।