Advertisement

Search Result : "bilateral dialogue"

भारत-पाकिस्तान के बीच वार्ता गतिरोध टूटा

भारत-पाकिस्तान के बीच वार्ता गतिरोध टूटा

भारत और पाकिस्तान ने गतिरोध तोड़ते हुए रुकी वार्ता प्रक्रिया को बहाल करने और मुंबई पर आतंकी हमलों के मुकदमों को तेज करने के रास्ते तलाशने का आज निर्णय किया। इसके साथ ही भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ दक्षिण एशिया से आतंकवाद को समाप्त करने में सहयोग करने पर सहमत हुए।
इस्लामी देशों के सामने दुखड़ा रोएगा पाकिस्तान

इस्लामी देशों के सामने दुखड़ा रोएगा पाकिस्तान

पाकिस्तान ने कहा है कि वह भारत की शर्तों पर उसके साथ बात नहीं करेगा और अगर बातचीत के एजेंडे में कश्मीर तथा पानी के मुद्दे शामिल नहीं होंगे तो किसी तरह की बातचीत नहीं होगी। पाकिस्तान ने यह भी कहा है कि वह कल जेद्दाह में होने जा रहे इस्लामी सहयोग संगठन (ओआईसी) की बैठक के मंच पर इन मुद्दों को भी उठाएगा।
बांग्लादेश में होगा मोदी-ममता का भव्य स्वागत

बांग्लादेश में होगा मोदी-ममता का भव्य स्वागत

बांग्लादेश की पहली यात्रा पर शनिवार को ढाका पहुंच रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भव्य स्वागत की तैयारियां की जा रही हैं और दोनों देशों को इस यात्रा से दि्वपक्षीय संबंधों के नई ऊंचाइयों तक पहुंचने तथा आर्थिक एवं व्यापार संबंधों की संभावनाओं के पर्याप्त दोहन की उम्मीद है।
भारत के साथ अच्छे रिश्ते चाहते हैं: पाकिस्तान

भारत के साथ अच्छे रिश्ते चाहते हैं: पाकिस्तान

पाकिस्तान ने गुरुवार को कहा कि वह भारत के साथ अच्छे पड़ोसी के रिश्ते की नीति पर अमल कर रहा है, हालांकि दोनों देशों के बीच दि्वपक्षीय संवाद की प्रकिया अभी बहाल नहीं हुई है।
सुरक्षा परिषद में सदस्यता के दावे का समर्थन करे चीन: मोदी

सुरक्षा परिषद में सदस्यता के दावे का समर्थन करे चीन: मोदी

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की स्थायी सदस्यता और परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (एनएसजी) में सदस्यता के लिए भारत के दावे के समर्थन को लेकर चीन पर दबाव बनाते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि ऐसे कदम से दि्वपक्षीय संबंध नए स्तर पर पहुंचेंगे तथा एशिया को अधिक मजबूती मिलेगी।
चीन से संबंधों में लगाएं रेशमी गांठ

चीन से संबंधों में लगाएं रेशमी गांठ

भारत में कभी भी किसी प्रधानमंत्री ने अपनी पहली पारी में ही इतने कम समय में इतने अधिक देशों का दौरा नहीं किया जितना नरेंद्र मोदी ने पिछली मई से अब तक एक साल के वक्त में किया है। पूरी दुनिया के अपने दौरों में मोदी ने सभी बड़े नेताओं के सामने भारत को निवेश के लिहाज से आकर्षक जगह के रूप में पेश किया मगर इन सभी नेताओं से बातचीत में एक विषय जरूर उठा और वह ये कि हठधर्मी चीन से कैसे निपटा जाए।
Advertisement
Advertisement
Advertisement