बिहार के मधुबनी जिले में आज एक बस के सड़क किनारे स्थित तालाब में गिरने से कम से कम 10 यात्रियों की मौत हो गई। हादसे में और छह अन्य लोगों के मारे जाने की आशंका है।
महाराष्ट्र में भाजपा के एक विधायक ने अपनी पत्नी को भगवा रंग की लैंबोर्गिनी कार तोहफे में दी। और पत्नी ने आलीशान वाहन की सवारी के दौरान ऑटो वाले को टक्कर मार दी।
करीब दस दिनों पहले आसमान में एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया। दरअसल स्पाइसजेट का एक विमान उड़ान के दौरान एमिरेट्स के एक विमान के बेहद करीब आ गया था जिससे एक बहुत बड़ी दुर्घटना की परिस्थिति बन गई थी। हालांकि स्वजनित चेतावनी से एक बड़ा हादसा होने से पहले उसे टाल दिया गया।
पश्चिम दिल्ली में सड़क दुर्घटना के शिकार सुरक्षा गार्ड की अधिक खून बह जाने से मौत होने के बाद दुर्घटना पीड़ितों के प्रति लोगों की उदासीनता एक बार फिर सामने आई है। इस घटना के मद्देनजर दिल्ली सरकार ने भला नागरिक योजना की घोषणा की है, जिसके तहत दुर्घटना पीड़ितों को अस्पताल पहुंचाने वाले को ईनाम मिलेगा और किसी प्रकार की दिक्कत आने पर कानूनी सलाह भी दी जाएगी।
उत्तर प्रदेश के बहराइच में मानवता को शर्मसार करने वाली एक घटना हुई। एक नर्स ने 20 रुपए नहीं मिलने पर मासूम को इंजेक्शन नहीं लगाया। जिसके बाद बच्चे की मौत हो गई। तेज बुखार के चलते मां मासूम को सरकारी अस्पताल ले गई थी। मौत की वजह रिश्वत न देने पर इंजेक्शन नहीं लगाने की बताई जा रही है।
केरल के अलपुझा में बुधवार को कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया की कार ने एक स्कूटर सवार को कुचल दिया। जिससे सवार की मौके पर ही मौत हो गई। हादसे के वक्त सिंधिया कार की पिछली सीट में बैठे थे।
यूनीसेफ ने भारत के बाल श्रम कानून में बदलावों पर गंभीर चिंता जताई है। अंतरराष्ट्रीय संस्था ने कहा कि ये बदलाव बच्चों को पारिवारिक उद्यमों में काम करने की इजाजत देते हैं और जोखिम भरे कामों की सूची कम करते हैं।
मध्यप्रदेश के टीकमगढ़ जिला मुख्यालय से 18 किलोमीटर दूर झांसी-टीकमगढ़ मार्ग पर शुक्रवार सुबह बरमाताल गांव के पास एक जीप और ट्रक में भिड़ंत हो गई, जिससे जीप में सवार आठ लोगों की मौत हो गई। हादसे में दो महिलाओं और दो बच्चों सहित 10 अन्य यात्री घायल हो गए।
अब समय आ गया है कि इस्लाम के ऐसे विचार और उनके अनुसरण को रोका जाए, जो धर्म के नाम पर हिंसा और मारकाट को बढ़ावा दे रहे हैं। कटटरपंथी बनने की बजाए मुस्लिम युवाओं को ऐसी शिक्षा दी जाए ताकि उनके मन में एक अच्छे और उदार मुस्लिम बनने की भावना पैदा हो। यह काम अभिभावक, शिक्षक और मुस्लिम विद़वान मिल-जुलकर कर सकते हैं। मुस्लिम अभिभावक अपने बच्चों के मानसिक विकास पर ध्यान दें।