बीएस थ्री वाहन पर लगे प्रतिबंध के बाद दो पहिया वाहन खरीदने के लिए शोरुमों में भारी भीड़ उमड़ पड़ी। सुप्रीम कोर्ट ने बीएस 3 गाड़ियों की बिक्री पर बैन लगाई तो स्टॉक खत्म करने के लिए कंपनियों ने इस पर भारी छूट का ऐलान कर दिया। जिसके बाद फटाफट बिक्री हो गई। कई शहरों में वाहनों का स्टाक खतम हो गया।
बेहद तनाव के बीच खेली गई टेस्ट श्रृंखला के खत्म होने के बाद आस्टेलियाई क्रिकेटरों से अब दोस्ती नहीं वाले विराट कोहली के बयान पर आस्ट्रेलियाई मीडिया ने भारतीय कप्तान पर हमला बोलते हुए उन्हें स्तरहीन और अहंकारी बताया।
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह इस मामले पर कानूनी राय लेंगे कि क्या उनके मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू टेलीविजन पर एक मशहूर कॉमेडी शो पर सेलिब्रिटी-जज बने रह सकते हैं या नहीं।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत और संस्थापक एम. एस. गोलवलकर पर अमर्यादित टिप्पणी को लेकर बरेली कॉलेज में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने जमकर तोड़फोड़ की और हंगामा किया।
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लमीन (एआईएमआईएम) के नेता असदुद्दीन ओवैसी ने योगी आदित्यनाथ को उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाने के फैसले पर मोदी सरकार की आलोचना की है। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा है कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के न्यू इंडिया विजन का हिस्सा है। अपने विवादित बयानों से अक्सर सुर्खियों में रहने वाले ओवैसी ने कहा कि उन्हें योगी को मुख्यमंत्री बनाने के फैसले पर कोई हैरत नहीं हुई।
समाजवादी पार्टी के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का रोडशो बिना पूर्वानुमति के हुआ है और उनकी रैली से पहले टाउन हॉल का घेराव किया, जिसके कारण यहां तनावपूर्ण स्थिति उत्पन्न हो गयी।
केंद्रीय बजट में विदेश मंत्रालय को 14,798 करोड़ रूपया दिया गया जो पिछले साल की तुलना में महज 135 करोड़ रूपये का इजाफा है। वहीं, अफगानिस्तान में परियोजनाओं के लिए भारी कटौती करते हुए बजटीय आवंटन 520 करोड़ रूपया से घटाकर 350 करोड़ रूपया कर दिया गया।
आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री एन.चन्द्रबाबू नायडू और ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक सहित कई नेताओं ने केन्द्रीय बजट को मिलाजुला बताते हुए कहा कि यह लोकलुभावन नहीं है हालांकि इससे विकास की संभावनाएं खुलेंगी।
जेएनयू प्रशासन ने कथित देशद्रोह के मामले में आरोपी कन्हैया कुमार और उमर खालिद सहित 20 विद्यार्थियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। विश्वविद्यालय ने छात्रों से कुछ दिन पूर्व प्रशासनिक भवन में कुलपति और अन्य अधिकारियों को अवैध रूप से बंधक बनाए जाने के लिए स्पष्टीकरण मांगा है।