भाजपा सांसद शत्रुघ्न सिन्हा अपने ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधने में नहीं चूक रहे। पिछले कुछ दिनों से नीतीश कुमार के संग नजदीकियां बढ़ा रहे शत्रुघ्न ने इस बार मांझी द माउंटेन मैन फिल्म के बहाने नरेंद्र मोदी के डीएनए वाले बयान पर निशाना साधा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मुजफ्फरपुर रैली और इसके बाद गया रैली में उनके दिए भाषणों में ‘डीएनए’ टिप्पणी के जिक्र पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सख्त प्रतिक्रिया जताई है। उन्होंने सोमवार को ट्वीट कर कहा कि उनके शब्दवापसी अभियान के तहत बिहार की 50 लाख जनता अपने डीएनए सैंपल मोदीजी को भेजेगी।
सेलेब्रिटी जो न करें सो कम है। एक हैं हॉलीवुड स्टार फराह अब्राहम। मदाम अपना डीएनए बेच रही हैं वह भी सिर्फ 99 डॉलर में। आखिर सेलेब्रिटी का डीएनए हैं जो भी खरीदेगा फराह से करीब होने का अहसास तो होगा ही।
किसी कंपनी या संस्थान में काम करने वाले कर्मचारी अब पांच साल पहले अपनी भविष्य निधि (पीएफ) राशि नहीं निकाल सकते यदि वह राशि 30 हजार रुपये से अधिक है। ऐसा करने वाले कर्मचारियों को 10 प्रतिशत से लेकर 34.608 प्रतिशत की दर से स्रोत पर कर (टीडीएस) देना होगा।
रोमांचपसंद डेवरेला मर्फी ने सन 1965 में साइकिल पर आयरलैंड से भारत की यात्रा की थी। इसी यात्रा के अनुभव को उन्होंने अपनी पुस्तक ‘फुल टिल्ट’ में लिखा है।
डीएनए प्रोफालिंग बिल पर समिति की रिपोर्ट पूरी, सरकार बिल लाने की तैयारी में। भारत में भेदभावमूलक व्यवहार की लंबी परंपरा रही है और इसमें इस तकनीक का दुरुपयोग किया जा सकता है, जैसे घुमंतू जनजातियों-विमुक्त जनजातियों को अपराधी माना जाता रहा है। इसके अलावा आबादी के आधार पर भी भेदभाव किया जा सकता है और इससे जाति और धर्म राजनीति बहुत गहराई से प्रभावित होने की आशंका है। अल्पसंख्यक समुदाय पहले से ही प्रोफाइलिंग का शिकार है।