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दुष्यंत के शेर से राहुल ने सरकार पर कसा तंज, ‘भूख है तो सब्र कर, रोटी नहीं तो क्या हुआ’

दुष्यंत के शेर से राहुल ने सरकार पर कसा तंज, ‘भूख है तो सब्र कर, रोटी नहीं तो क्या हुआ’

कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने वैश्विक भूख सूचकांक में भारत की खराब स्थिति को सरकार पर तंज कसा है।...
सेवा क्षेत्र का पीएमआई मार्च में लगातार दूसरे महीने बढ़ा

सेवा क्षेत्र का पीएमआई मार्च में लगातार दूसरे महीने बढ़ा

देश के सेवा क्षेत्र में मार्च में लगातार दूसरे महीने वृद्धि दर्ज की गई। अर्थव्यवस्था में गतिविधियां बढ़ने और नये आर्डर मिलने के साथ साथ मुद्रास्फीति दबाव कम रहने से यह वृद्धि दर्ज की गई। एक मासिक सर्वेक्षण में यह परिणाम जारी किया गया है। इससे पहले पीएमआई के विनिर्माण क्षेत्र के सूचकांक में भी अच्छी वृद्धि दर्ज की गई।
हमारे पड़ोसी हमसे ज्‍यादा खुश, वर्ल्ड हैपीनेस रिपोर्ट में भारत को 122 वां स्‍थान

हमारे पड़ोसी हमसे ज्‍यादा खुश, वर्ल्ड हैपीनेस रिपोर्ट में भारत को 122 वां स्‍थान

भारत से ज्‍यादा उसके पड़ोसी देश पाकिस्तान, नेपाल, चीन, भूटान, बांग्लादेश और श्रीलंका हैं। एक वैश्विक रिपोर्ट के मुताबिक आतंकवाद के पनाहगाह पाक और बेहद गरीब नेपाल जैसे देश भी खुशहाली के मामले में भारत को पीछे छोड़ चुके हैं।
करण जौहर की खुशी, सरोगेसी डॉक्टरों का गम

करण जौहर की खुशी, सरोगेसी डॉक्टरों का गम

करण जौहर को एकल पापा बनने की दोहरी खुशी भले ही हुई हो लेकिन सरोगेसी (किराए के कोख) की प्रैक्टिस से जुड़ी प्रजनन विशेषज्ञों को उन्होंने ढेर सारा गम दे दिया है। उन्हें लगता है कि उनकी वजह से अब भारत में सरोगेसी का खात्मा तय है। वे करण जौहर को कोस रही हैं। क्या विडंबना है कि जिस विधि ने उन्हें पापा बनने की इतनी खुशी दी, उसी विधि को उन्हीं की वजह से अपूरणीय क्षति भी पहुंचेगी।
गोवा कांग्रेस ने पर्रिकर के हैप्पिनेस इंडेक्स संबंधी दावों पर उठाया सवाल

गोवा कांग्रेस ने पर्रिकर के हैप्पिनेस इंडेक्स संबंधी दावों पर उठाया सवाल

कांग्रेस ने रविवार को गोवा में कहा कि रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर के हैप्पिनेस इंडेक्स संबंधी दावे का लक्ष्य सिर्फ राज्य में भाजपा-नीत सरकार की असफलताओं को छुपाना है।
अच्‍छे दिन कैसे आएंगे, भुखमरी पर भारत की हालत अभी भी चिंताजनक

अच्‍छे दिन कैसे आएंगे, भुखमरी पर भारत की हालत अभी भी चिंताजनक

खाद्य सुरक्षा पर किए गए तमाम सरकारी योजनाओं के बावजूद भुखमरी के मामले में भारत की स्थिति अभी भी चिंताजनक बनी हुई है। इसे नापने वाले वैश्विक पैमाने 'ग्लोबल हंगर इंडेक्स' में भारत को 'चिंताजनक श्रेणी' में रखा गया है। 'ग्लोबल हंगर इंडेक्स' दुनिया भर के देशों में भुखमरी के हालात और इसके मुख्य कारणों पर नजर रखने वाली गैर सरकारी अंतरराष्ट्रीय संस्था 'इंटरनेशनल फूड पॉलिसी रिसर्च इंस्टीट्यूट' की ओर से तैयार किया गया है।
लैंगिक समानता में 21 स्थान की बढ़त के बावजूद 87वें स्थान पर भारत

लैंगिक समानता में 21 स्थान की बढ़त के बावजूद 87वें स्थान पर भारत

लैंगिक समानता के मामले में पिछले साल की तुलना में 21 स्थानों की बढ़त हासिल करने के बावजूद भारत को वैश्विक स्तर पर बेहद पिछड़ा यानी 87वां स्थान मिला है। भारत को मिली बढ़त मुख्यत: शिक्षा में हुई प्रगति के कारण है। इस सूची में आइसलैंड शीर्ष पर है।
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