दिल्ली में बलात्कार पीड़िता की ‘टू फिंगर जांच’ की अनुमति देने के एक दिन बाद ही आम आदमी पार्टी की सरकार ने चौतरफा विरोध के बाद इससे हाथ पीछे खींच लिए हैं।
चार दिन की देरी की बाद शुक्रवार को मानसून केरल पहुंच गया है। राज्य के अधिकांश इलाकों में बारिश हुई है। मौसम विभाग ने अगले 48 घंटे के दौरान मानसून के आगे बढ़ने की उम्मीद जताई है। आगामी 22-23 जून तक यह उत्तर व उत्तर पश्चिमी भारत पहुंच सकता है।
सुनंदा पुष्कर की पोस्टमार्टम रिपोर्ट को लेकर एम्स के निदेशक और फॉरेंसिक विभाग के डॉक्टरों के बीच टकराव बढ़ता जा रहा है। एम्स ने दिल्ली हाईकोर्ट में हलफनामा देकर फॉरेंसिक विभाग के अध्यक्ष डॉ. सुधीर कुमार गुप्ता को हटाने की अनुमति मांगी है। उधर, गुप्ता ने एम्स निदेशक पर पोस्टमार्टम रिपोर्ट बदलवाने के आरोपों को दोहराते हुए स्वास्थ्य मंत्री को पत्र लिखा है।
दिल्ली की एक अदालत ने शनिवार को टेरी के महानिदेशक आरके पचौरी के उस आग्रह पर सुनवाई 21 मई तक के लिए स्थगित कर दी जिसमें उन्होंने अपने कार्यालय में प्रवेश की अनुमति मांगी थी।
बॉक्स ऑफिस पर अपनी अंतिम तीन फिल्में घनचक्कर, शादी के साइड-इफेक्ट्स, बॉबी जासूस का जादू नहीं चल पाने पर फिल्म अभिनेत्री विद्या बालन ने कहा है कि उनके दिमाग में एक बार यह ख्याल भी आया था कि कहीं शादी करने का असर उनके कैरियर पर तो नहीं पड़ रहा है।
दो मिनट में तैयार होने वाली मैगी नौनिहालों के लिए जानलेवा हो सकती है। मीडिया में आ रही खबरों के अनुसार उत्तर प्रदेश के खाद्य संरक्षा व औषधि प्रशासन (एफएसडीए) ने हाल ही बाराबंकी के एक मल्टी स्टोर से लिए गए मैगी के नमूनों की जांच कोलकाता की रेफरल लैब से कराई। जांच में नमूना फेल हो गया और इसमें मोनोसोडियम ग्लूटामेट नाम का एमिनो एसिड खतरनाक स्तर तक पाया गया। इसके बाद हरकत में आए एफएसडीए ने पूरे प्रदेश में इस बैच की मैगी की बिक्री पर रोक लगा दी। सोमवार से इसपर और असरदार तरीके से पाबंदी लगाई जाएगी।
भूकंप से तबाह हुए नेपाल में शवों को मलबे से निकालना बड़ी चुनौती साबित हो रहा है। कई देशों से भेजी जा रही मदद के बावजूद दूरदराज के इलाकों तक मदद नहीं पहुंच पा रही है। इस बीच, सड़ती लाशों की वजह से बीमारी फैलने का खतरा पैदा हो गया है।
स्वास्थ्य और शिक्षा की स्थिति में बदलाव आने पर समाज में बदलाव आना तय माना जाता है। इस पैमाने पर देखें तो भारत की स्थिति पिछली कुछ वर्षों में जस की तस बनी हुई है। मानव विकास सूचकांक के अनुसार भारत की रैंकिंग दुनिया में 135 है