जिस स्त्री अस्मिता की लड़ाई लिपस्टिक अंडर माय बुर्का की टीम लड़ रही है, उसी अस्मिता की धज्जियां उनकी फिल्म के पोस्टर ने उड़ा दी। लिपस्टिक अंडर माय बुर्का के पोस्टर में स्त्रियों के लिए अपमानजनक, भद्दा इशारा ‘मिडिल फिंगर’ दर्शाया गया है। फिंगर को पोस्टर में लिपस्टिक का रूप देकर रचनात्मकता पैदा करने की कोशिश की गई है इसका मूल पुरुषों द्वारा गाली के रूप में इस्तेमाल किया गया इशारा ही है इसे स्त्रियों के लिए झंडा बुलंद करने वाली फिल्म की निर्देशक अलंकृता श्रीवास्तव को नहीं भूलना चाहिए।
एक पाकिस्तानी कॉमेडी शो में पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर शोएब अख्तर जज बनकर आए। शो के दौरान शूट किए गए इस वीडियो में शोएब एक महिला की तरह भरपूर मेकअप में नजर आ रहे हैं।
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय की पूर्व उपाध्यक्ष शेहला रशीद ने एक बार फिर ‘मोदी भक्तों’ पर निशाना साधते हुए कहा कि उनका बुरका वीएचपी लीडर ने चुरा लिया। शेहला का यह बयान उस समय आया जब मोदी भक्तों ने उनसे पूछा कि वे बुरका क्यों नहीं पहनती।
लंबे समय से विवादों में फंसी फिल्म अंततः 28 जुलाई को सिनेमाघरों में प्रदर्शित हो ही जाएगी। लिपस्टिक अंडर माय बुर्का को सर्टिफिकेशन बोर्ड से प्रमाण पत्र नहीं मिल रहा था। निर्माता प्रकाश झा और निर्देशक अलंकृता श्रीवास्तव ने फिल्म की रीलिज के लिए लंबी लड़ाई लड़ी।