संसद के मानसून सत्र में एक बार फिर मॉब लिंचिंग का मुद्दा गूंजा। इस दौरान लोकसभा में जमकर हंगामा हुआ कांग्रेस सांसदों ने लोकसभा स्पीकर की तरफ कागज उछाले। इसके बाद स्पीकर सुमित्रा महाजन ने कांग्रेस के छह सांसदों को पांच दिन के लिए सस्पेंड कर दिया।
संसद का मानसूत्र सत्र सोमवार से प्रारंभ हो रहा है। हालांकि आज संसद दोनों सदनों के वर्तमान सदस्यों के निधन के मद्देनजर उन्हें श्रद्धांजलि देने के बाद दिनभर के लिये स्थगित हो जायेगी लेकिन इसके बाद कई मुद्दों पर विपक्षी दल सरकार को घेरने से पीछे नहीं हटेंगी।
पीएम मोदी ने मानसून सत्र के पहले दिन जीएसटी को सफल बताते हुए कहा कि जब देश के सभी राजनीतिक दल, सभी सरकारें सिर्फ और सिर्फ राष्ट्रहित के तराजू पर तौलकर फैसला करती है, तो कितना महत्वपूर्ण राष्ट्रहित का काम होता है, जो जीएसटी में सफल और सिद्ध हो चुका है।
कई राज्यों में किसान आंदोलन चल रहा है। किसानों की आत्महत्याओं का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है। इसी के मद्देनजर मार्क्सवाद कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीएम) सीपीएम के महासचिव सीताराम येचुरी ने पीएम मोदी को पत्र लिखकर संसद के मानसून सत्र में किसानों के लिए कानून बनाने की मांग की है।
संसद के मानसून सत्र के 12 जुलाई से शुरू होने की उम्मीद है। इस सत्र में संसद के दोनों सदनों पर किसानों से संबंधित मसले छाए रह सकते हैं। संसद का मानसून सत्र हंगामा भरा हो सकता है।
मौसम विभाग (आईएमडी) ने अपने पूर्व के अनुमान में संशोधन करते हुए कहा है कि इस साल मानसून में बारिश औसत की 98 फीसदी हो सकती है। पूर्व के अनुमान के मुताबिक 96 फीसदी बारिश होने की संभावना जताई गई थी।
राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने गुड्स ऐंड सर्विसेज टैक्स (जीएसटी) को लेकर मोदी सरकार को नसीहत दी है। स्वामी ने इसकी तुलना वॉटरलू के युद्ध से की है। उन्होंने मोदी सरकार को आगाह करते हुए कहा कि अभी के आर्थिक हालात को देखते हुए जीएसटी लागू करना खतरनाक साबित हो सकता है।