रातो-रात बड़े फैसले लेने वाले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यूपी के सबसे बड़े यश भारती सम्मान की जांच कराने का फैसला किया है। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह सम्मान किस आधार पर दिए गए, इसकी जांच होनी चाहिए।
एक गरिमामय समारोह में डॉ. सुनीता जैन को उनकी कृति क्षमा के लिए 25वां व्यास सम्मान प्रदान किया गया। डॉ. जैन ने क्षमा के माध्यम से तुलसीदास-रत्नावली के संबंधों का मार्मिक वर्णन किया है।
व्यंग्य की दुनिया में जाना-पहचाना नाम, 4 व्यंग्य संग्रह, अवधी में दो कविता संग्रह। श्रीलाल शुक्ल संचयिता सहित 9 पुस्तकों का संपादन। उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान का अवधी कविता और व्यंग्य का पुरसकार। आलोचना के लिए स्पंदन सम्मान।