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भारतीय महिलाओं में बढ़ रहा है अकेले यात्रा करने का चलन

भारतीय महिलाओं में बढ़ रहा है अकेले यात्रा करने का चलन

महिलाएं अब अपने घर की चार दिवारी से निकलकर अकेले घूमने का साहस करने लगी हैं। विशेषज्ञों के मुताबिक पिछले कुछ सालों में इस चलन में बढ़ोतरी देखने को मिली है। यह बदलाव जानकारियों और बुकिंग की सुविधाओं के आसान हो जाने के कारण भी मुमकिन हो पाया है।
इटली के बाद भारत-म्‍यांमार में भी भूकंप, कोलकाता से बिहार तक कांपी धरती

इटली के बाद भारत-म्‍यांमार में भी भूकंप, कोलकाता से बिहार तक कांपी धरती

पड़ोसी देश म्यांमार में बुधवार शाम को तेज भूकंप आया। इसका असर बंगाल, बिहार, असम, झारखंड समेत देश के 11 से ज्यादा राज्यों में भी देखा गया। जिससे लोग दहशत में आ गये। कोलकाता, पटना, रांची, गुवाहाटी में करीब 10 सेकंड तक झटके महसूस किए गए। म्यांमार में रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 6.7 थी।
रांची में रम गए साहित्यजन

रांची में रम गए साहित्यजन

अनिता रश्मि के लेखन में झारखंड की गंध और गहरी संवेदनशीलता है। ‘लाल छप्पा साड़ी’ से लेकर ‘बांसुरी की चीख’ तक उनके कथा लेखन में एक विकास यात्रा दिखती है। जाने-माने लेखक सी भास्कर राव अनिता रश्मि की लेखन यात्रा को इसी तरह देखते हैं।
नियति से निर्वाण की कथा रंग राची

नियति से निर्वाण की कथा रंग राची

मीरांबाई की संघर्ष-यात्रा को केंद्र में रखकर लिखा गया उपन्यास ‘रंग राची’ आखिरकार पाठकों तक पहुंच ही गया। दिल्ली के साहित्य अकादमी सभागार में नामवर सिंह ने अध्यक्षीय आशीर्वचन दिया। उन्होंने कहा, ‘हिंदी में बहुत कवयित्रियां हुई लेकिन जो स्थान मीरां ने बनाया वह सब के लिए आदर्श है। मीरा को करूणा, दया के पात्र के रूप में देखने की जरूरत नहीं है, मीरां स्त्रियों के स्वाभिमान की प्रतीक हैं।’ इस उपन्यास को सुधाकर अदीब ने लिखा है और यह राजकमल प्रकाशन से प्रकाशित हुई है।
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