चीन ने ताइवान के संसदीय प्रतिनिधिमंडल की मेजबानी को लेकर भारत के समक्ष राजनयिक विरोध दर्ज कराया है और भारत-चीन के बेहतर संबंधों को बनाये रखने के लिए उससे ताइवान से जुड़े मुद्दों से सावधानी से निपटने को कहा है।
चीन में जी 20 की बैठक के पहले भारत और वियतनाम ने अपने सामरिक संबंधों को और मजबूत बनाने का संकेत देते हुए रक्षा, आईटी, अंतरिक्ष, दोहरे कराधान से बचाव और मालवाहक पोतों संबंधी वाणिज्यिक नौवहन सूचना साझा करने समेत विभिन्न क्षेत्रों जुड़े 12 करार किए हैं। हनोई में इस मौके पर मोदी और वियतनाम के पीएम नुएन शुएन फुक ने साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। मोदी ने वियतनाम के साथ भारत के मजबूत संबंधों को अहम बताया।