शोभा डे नामी लेखिका के साथ संपादक भी रही हैं। लेखक-संपादक को अपने विचार व्यक्त करने की स्वतंत्रता है, लेकिन किसी व्यक्ति, समूह या संस्थान को राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपमानित करने का लाइसेंस नहीं मिला है।
रियो ओलंपिक में भारत के 118 सदस्यीय ओलंपिक दल का निराशाजनक प्रदर्शन मंगलवार को चौथे दिन भी जारी रहा। हालांकि हॉकी में अर्जेंटीना पर जीत और तीरंदाज अतनु दास का क्वार्टफाइनल में पहुंचना राहत भरा रहा। दास ने अपना प्रभावशाली प्रदर्शन जारी रखते हुए आज यहां एक घंटे के अंदर लगातार दो मैच जीते।
आखिरी मिनटों में गोल गंवाने की आदत भारतीय हॉकी टीम पर एक बार फिर भारी पड़ी और रियो ओलंपिक में पूल बी के रोमांचक मैच में दो बार की ओलंपिक चैंपियन जर्मनी ने आखिरी सीटी बजने से ठीक पहले गोल करके उसे 2-1 से हरा दिया।
पुरूष हॉकी टीम और सेना के रोवर दत्तू बबन भोकनलाल को छोड़कर भारत के लिए रियो ओलंपिक का पहला दिन निराशाजनक रहा। पुरूष हॉकी टीम ने जहां ओलंपिक में पहला लीग मैच नहीं जीत पाने का 12 साल पुराना कलंक धो दिया वहीं भोकनलाल पुरूषों के एकल स्क्रल में अपनी हीट में तीसरे स्थान पर रहकर क्वार्टर फाइनल में पहुंच गए। इन दोनों को छोड़कर भारतीय दल को निशानेबाजी, टेनिस, टेबल टेनिस और भारोत्तोलन में निराशा ही हाथ लगी।
रियो ओलंपिक में शानदार शुरुआत करते हुए भारतीय पुरूष हॉकी टीम ने अपने पहले मैच में आयरलैंड को एक कड़े मुकाबले में 3-2 से हरा दिया। रूपिंदर पाल सिंह की अगुआई में ड्रैग फ्लिकरों के शानदार प्रदर्शन की बदौलत भारत ने यह जीत दर्ज की।
ओलंपिक में 36 साल बाद फिर से जगह बनाने वाली भारतीय महिला हाकी टीम पूल बी में जापान के खिलाफ होने वाले अपने मैच में जीत दर्ज करके अपने अभियान की सकारात्मक शुरूआत करने के लिये मैदान पर उतरेगी।
डोप स्कैंडल से भले ही उत्साह में कुछ कमी आई हो लेकिन खेलों के महासमर में भारत के सबसे बड़े दल की नजरें शुक्रवार से उद्घाटन समारोह के साथ रियो डी जनेरियो में शुरू हो रहे 31वें और दक्षिण अमेरिका के पहले ओलंपिक में पदकों की संख्या में इजाफा करके ऐतिहासिक प्रदर्शन पर होंगी।
ओलंपिक के लिए गई भारतीय हॉकी टीमों को खेल गांव में कुर्सियों और टीवी सेट की कमियों का सामना करना पड़ा रहा है। टीम के मुख्य कोच रोलेंट ओल्टमैंस ने शिकायत की है कि खिलाड़ियों के कमरे पूरी तरह तैयार नहीं हैं।
भारत प्रसिद्ध कोहिनूर हीरे को वापस लाने के लिए सभी प्रयास करेगा। वर्तमान में शाही मुकुट में जड़ा 106 कैरेट का यह हीरा टावर ऑफ लंदन में प्रदर्शन के लिए रखा गया है। और ब्रिटिश सरकार ने हालिया बयान में यह कह कर इसे देने से इनकार किया है कि इसका कोई कानूनी आधार नहीं है।