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व्‍यापमं: सब-इंस्‍पेक्‍टर की मौत, आईजी ने कहा-पति से थी अनबन

व्‍यापमं: सब-इंस्‍पेक्‍टर की मौत, आईजी ने कहा-पति से थी अनबन

अब व्‍यापमं के जरिये भर्ती हुई एक ट्रेनी सब-इंस्‍पेक्‍टर की कथित खुदकुशी का मामला सामने आया है। हालांकि, पुलिस इस मामले को पति के साथ अनबन से जोड़कर देख रही है। लेकिन पिछले तीन दिनों के अंदर व्‍यापमं से जुड़ी इस तीसरी मौत ने मध्‍य प्रदेश की राजनीति में हड़कंप मचा दिया है। व्‍यापमं घोटाले से जुड़ी मौतों पर सफाई देते हुए मुख्‍यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि हर मौत को व्‍यापमं से जोड़कर देखना ठीक नहीं है।
पत्रकार अक्षय का अंतिम संस्‍कार, मौत पर संदेह कायम

पत्रकार अक्षय का अंतिम संस्‍कार, मौत पर संदेह कायम

व्‍यापमं घोटाले की पड़ताल करने गए इंडिया टुडे समूह के टीवी पत्रकार अक्षय सिंह की रहस्‍यमय मौत से मीडिया जगत में शोक और आक्रोश व्‍याप्‍त है। रविवार को दिल्‍ली के निगमबोध घाट पर हुए अक्षय के अंतिम संस्‍कार में दिल्‍ली के मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल, कांग्रेस उपाध्‍यक्ष राहुल गांधी समेत कई जाने-माने लोग शामिल हुए। लेकिन अभी तक उनकी मौत का कारण स्‍पष्‍ट नहीं हुआ है। इस बीच, मध्‍य प्रदेश के मुख्‍यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मामले की एसआईटी से जांच कराने का भरोसा दिलाया है जबकि भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय अक्षय की मौत हार्ट अटैक से होने का दावा कर रहे हैं।
जुबां पर किसान, निगाहें केंद्र पर

जुबां पर किसान, निगाहें केंद्र पर

मध्य प्रदेश में किसी किसान की जमीन जबर्दस्ती लेने की जरूरत नहीं पड़ेगी। हम जानते हैं कि किसान और खेती के बिना हमारा राज्य विकास नहीं कर सकता है। किसान हमारी पहली प्राथमिकता है। आउटलुक से बातचीत के दौरान मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जिस तरह जोर देकर यह कहा कि केंद्र के भूमि अधिग्रहण अध्यादेश के तहत उनके राज्य में किसानों के साथ कोई जोर-जबर्दस्ती नहीं की जाएगी, उससे साफ था कि वह किसानों के हिमायती राष्ट्रीय नेता के तौर पर खुद को स्थापित करने की तैयारी में हैं।
नहीं चाहिए ऐसे पैसे जो संगीत का अपमान कर कमाए गए हों- मिलन सिंह

नहीं चाहिए ऐसे पैसे जो संगीत का अपमान कर कमाए गए हों- मिलन सिंह

नब्बे के दशक में जब गायिका मिलन सिंह सिल्वर स्क्रीन पर आईं तो लोग इसी पसोपेश में रहते थे कि वह महिला हैं या पुरुष। वह दोनों आवाजों में गाया करती थीं। तब उनके गीत युवाओं की जुबान पर रहते । खासकर ‘ अक्ख दे इशारे नाल गल कर गई कुड़ी पटोले वरगी ’ और ‘हाणियां तू कर लै प्यार की जिना तेरा जी करदा ’। इन गीतों की वजह से लोग उन्हें पंजाबी समझते लेकिन मिलन सिंह उत्तर प्रदेश में इटावा के एक गांव की रहने वाली हैं और ठाकुर परिवार में जन्मीं हैं। 32 सुपरहिट एलबम देने वाली मिलन सिंह ने हाल ही में संगीत की दुनिया में पुनः वापसी की है। पेश है उनके बातचीत के कुछ अंश-
बिट्टू शर्मा के परिवार की विदाई

बिट्टू शर्मा के परिवार की विदाई

बिट्टू शर्मा के नाम से टीवी पर चर्चित हो चुके कपिल शर्मा का कुनबा अब कुछ कुछ दिन नजर नहीं आएगा। हालांकि खबर आई है कि कपिल नासाज हैं सो कुछ दिन टीवी से ब्रेक लेंगे। लेकिन यदि कपिल शो नहीं करेंगे तो उनकी टीम यानी कुनबा भी जाहिर सी बात है टीवी पर नहीं आएगा।
व्यापम की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट पहुंचे दिग्विजय

व्यापम की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट पहुंचे दिग्विजय

मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान सरकार के खिलाफ व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) घोटाले की जांच सीबीआई से कराने की मांग करते हुए कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है। सिंह ने सुप्रीम कोर्ट से अपनी निगरानी में जांच कराने की भी मांग की।
कोयला घोटाला : कोड़ा पर फैसला 14 जुलाई को

कोयला घोटाला : कोड़ा पर फैसला 14 जुलाई को

दिल्ली की एक विशेष अदालत ने मंगलवार को कोल ब्लाॅक आवंटन घोटाला मामले में झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा और सात अन्य के खिलाफ आरोप तय करने के संबंध में आदेश जारी करने के लिए 14 जुलाई की तिथि निर्धारित की है।
पूर्व कांग्रेसी मंत्री ने कोयला घोटाले में मनमोहन को लपेटा

पूर्व कांग्रेसी मंत्री ने कोयला घोटाले में मनमोहन को लपेटा

पूर्व कोयला राज्य मंत्री दसारी नारायण राव ने मंगलवार को कहा कि कोयला ब्लाकों के आवंटन के बारे में सभी निर्णय तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने किए जो उस समय कोयला मंत्री की जिम्मेदारी भी संभाल रहे थे।
अब ओ‌लंपि‌क में नहीं बरसेंगे विजेंदर के मुक्के

अब ओ‌लंपि‌क में नहीं बरसेंगे विजेंदर के मुक्के

देश के सबसे लोकप्रिय मुक्केबाज और ओलंपिक कांस्य पदक विजेता विजेंदर सिंह ने एमेच्योर (शौकिया) मुक्केबाजी को छोड़कर अब पेशेवर मुक्केबाजी को अपना लिया है। इसका अर्थ यह है कि अब विजेंदर किसी भी राष्ट्रीय या अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में भारत का प्रतिनिधित्व नहीं कर पाएंगे और अगले वर्ष ओलंपिक में भी भाग नहीं ले पाएंगे। ओलंपिक पदक जीतने वाले पहले भारतीय मुक्केबाज बनने के बाद विजेंदर भारतीय मुक्केबाजी का चर्चित चेहरा बन गए थे।
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