इंटरव्यू - संजीव सराफ : ‘‘विदेश में भी होगा जश्न ए रेख्ता का उत्सव" सोशल मीडिया ने उर्दू भाषा और शायरी को प्रसारित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। आज हर किसी के फोन... APR 16 , 2023
"दिवाली नहीं है 'जश्न-ए-रिवाज'...", फैब इंडिया के कैंपेन पर मचा बवाल; बीजेपी के सूर्या ने कर दी बड़ी अपील परिधानों की बिक्री, होम डेकोर और लाइफस्टाइल प्रोडक्ट्स ने जुड़ी कंपनी फैब इंडिया के फेस्टिव सीजन... OCT 18 , 2021
जश्न-ए-अदब और उर्दू की चिंता पाकिस्तान के जाने-माने शायर अता-उल-हक कासमी का कहना है कि उर्दू के विकास और नई पीढ़ी के साथ इसके जुड़ाव को बढ़ावा देना उर्दू प्रेमियों के हाथ में है और उन्हें इस भाषा को जीवित रखने के लिए कदम उठाने चाहिए। MAY 09 , 2016