Advertisement

Search Result : "ज्ञानोदय"

रवीन्द्र कालिया की कहानी - काला रजिस्टर

रवीन्द्र कालिया की कहानी - काला रजिस्टर

रवीन्द्र का की ख्याति एक उपन्यासकार, कहानीकार के अलावा बहुत अच्छे चुस्त संपादक के रूप में थी। उन्होंने एक पूरी साहित्य जगत में एक पूरी पीढ़ी खड़ी की। भारतीय ज्ञापनीठ की पत्रिका नया ज्ञानोदय के अलावा वह भारतीय भाषा परिषद की पत्रिका वागर्थ के भी संपादक रहे। 11 नवंबर 1939 को जालंधर में जन्में रवीन्द्र कालिया ने धर्मयुग से अपनी पारी शुरू की थी। उनकी कई कहानियां चर्चित हैं। नौ साल छोटी बीवी, खोटे सिक्के, त्रास ऐसी कहानियां हैं जो पाठकों के दिलो-दिमाग पर हमेशा छाई रहेंगी। पिछले दिनों लंबी बीमारी के बाद इस यशस्वी संपादक ने दुनिया को अलविदा कह दिया।
रवीन्द्र कालिया का निधन

रवीन्द्र कालिया का निधन

हिंदी साहित्य में अपना अलग मुकाम बनाने वाले साहित्यकार-संपादक रवीन्द्र कालिया का लंबी बीमारी के बाद दिल्ली के गंगाराम अस्पताल में निधन हो गया।
Advertisement
Advertisement
Advertisement