Advertisement

Search Result : "टेक्सटाइल"

मोदी कैबिनेट का फैसला- टेक्सटाइल क्षेत्र के लिए PLI स्कीम को मंजूरी, 10,683 करोड़ का पैकेज,  7.5 लाख लोगों को रोजगार

मोदी कैबिनेट का फैसला- टेक्सटाइल क्षेत्र के लिए PLI स्कीम को मंजूरी, 10,683 करोड़ का पैकेज, 7.5 लाख लोगों को रोजगार

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आज बुधवार को कैबिनेट की अहम बैठक हुई। केंद्रीय मंत्री...
अपनी बदहाली का विज्ञापन देने को मजबूर टेक्सटाइल कंपनियां, बड़े पैमाने पर जा रही हैं नौकरियां

अपनी बदहाली का विज्ञापन देने को मजबूर टेक्सटाइल कंपनियां, बड़े पैमाने पर जा रही हैं नौकरियां

अक्सर आपने देखा होगा कि कंपनियां अपनी उपलब्धियों, योजनाओं और मार्केट को बढ़ावा देने के लिए विज्ञापन...
घरेलू होम टेक्सटाइल बाजार में उतरेगा इंडो कांउट

घरेलू होम टेक्सटाइल बाजार में उतरेगा इंडो कांउट

भारत में होम टेक्सटाइल बाजार में बढ़ती मांग को देखते हुए इंडो कांउट ने अब घरेलू बाजार में उतरने की तैयारी शुरू कर दी है। कंपनी ने घोषणा की है कि इस माह के अंत तक पूरे देश में बुटिक लिविंग उत्पादों की श्र‍ृंखला उपलब्‍ध हो जाएगी।
बीमारू से बिकाऊ प्रदेश तक - रिसर्जेंट राजस्थान

बीमारू से बिकाऊ प्रदेश तक - रिसर्जेंट राजस्थान

रिसर्जेंट राजस्थान पार्टनरशिप सम्मिट में देश दुनिया के धनकुबेरों का दो दिवसीय मिलन जयपुर में हुआ। राजस्थान सरकार द्वारा पूंजी निवेश को आकर्षित करने के उद्देश्य से किए गए इस आयोजन में 300 निवेश करार हुए जिनसे 4 लाख करोड़ का निवेश राज्य में आने की संभावना बनती दिखाई दे रही है। इतना ही नहीं बल्कि इससे ढाई लाख लोगों को रोजगार मिलने का भी दावा किया जा रहा है। अनुमान है कि रिसर्जेंट राजस्थान के इस आयोजन पर राज्य सरकार ने 200 करोड़ रुपये खर्च किया है। यह खर्च है कोई निवेश नहीं है। जनता की गाढ़ी कमाई का यह पैसा सिर्फ मेहमान नवाजी पर ही खर्च हो गया है। जयपुर की जनता को दो तीन दिन जो असुविधाएं झेलनी पड़ी वह तो अलग ही हैं। लोग पूछ रहे हैं कि जिस मुख्यमंत्री को अपने राज्य की जनता से मिलने तक कि फुर्सत नहीं होती है, कभी-कभार ही सभाओं में उनके दर्शन हो पाते हैं, वह पूंजीपतियों के मध्य कितनी आसानी से उपलब्ध हैं। यह अवसर राजस्थान के उन मतदाताओं को क्यों नहीं मिल पाता है जिन्होंने वोट दे कर प्रचंड बहुमत से उनकी सरकार चुनी है।