देशभर में एक ओर मोदी सरकार लाल बत्ती हटाकर वीआईपी कल्चर को खत्म कर रही है वहीं दूसरी तरफ उसके कुछ नेताओं की दादागिरी भी आए दिन सामने आ रही है। ताजा मामला सीतापुर के भाजपा विधायक का है। विधायक राकेश राठौर ने कुछ विलंब होने की वजह से टोल प्लाजा कर्मियों को चांटा रसीद कर दिया।
पश्चिम बंगाल के विभिन्न हिस्सों में टोल प्लाजाओं पर सैनिकों की मौजूदगी पर तृणमूल कांग्रेस की अगुवाई में विपक्षी दलों ने संसद में कड़ी आपत्ति जताते हुए इसे एक साजिश करार दिया और इस मामले में राज्य की ममता बनर्जी सरकार को विश्वास में नहीं लेने का आरोप लगाया। हालांकि सरकार ने इन आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि इसे तूल देना राजनीतिक हताशा का परिचायक है तथा इस संबंध में स्थानीय प्रशासन को पूरी जानकारी थी।