गांधी कथाकार चला गया
मानसिक आघात के कारण मूर्छित होने के कुछ घंटे पूर्व तक नब्बे वर्ष के गांधी कथाकार नारायणभाई देसाई 9 दिसंबर की अपनी दिनचर्या के बारे में डायरी में लिख रहे थे। वे सोलह वर्ष की उम्र से बिना नागा अपनी डायरी रोज लिखा करते थे।