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उत्तर प्रदेश: वामा संजीवनी से पुनर्जीवन की आशा, प्रियंका गांधी ने खेला बड़ा दांव, लेकिन इससे फायदा कितना?

उत्तर प्रदेश: वामा संजीवनी से पुनर्जीवन की आशा, प्रियंका गांधी ने खेला बड़ा दांव, लेकिन इससे फायदा कितना?

“प्रियंका गांधी ने उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के 40 प्रतिशत टिकट महिलाओं को देने का खेला बड़ा दांव,...
जाना एक सहज शख्सियत का

जाना एक सहज शख्सियत का

अवधनारायण मुद्गल शीर्षक कहानी की शुरुआत 28 फरवरी 1936 को आगरा के ऐमन्पुरा में उनके जन्म से हुई। शिक्षा शास्त्री और साहित्य रत्न के अलावा मानव शास्त्र में एम.ए. की डिग्री लेने वाले अवध जी के बारे में कम लोग जानते हैं कि वह प्रगतिशील साहित्य के गहन अध्येता थे। गोर्की, चेखव, मार्क्स, एंगल्स और लेनिन के साथ साथ वह भारतीय दर्शन और पुरा कथा साहित्य के भी मर्मज्ञ थे।