विजय सबके लिए जरूरी है। प्रतीकात्मक होते हुए भी बुराई पर अच्छाई की विजय का उत्सव हर वर्ग और समाज के लिए महत्वपूर्ण है। इस दृष्टि से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बार ‘विजयादशमी’ को विशेष बताया है। गांवों से महानगरों तक, पंचायत से राष्ट्रीय स्तर तक के प्रतिनिधियों की सत्ता तक, सीमा के इस पार से उस पार तक आतंकवाद के विरुद्ध सशस्त्र बलों की कार्रवाई तक, दैनिक मजदूरी करने वालों से करोड़ों रुपयों का टैक्स चुकाने वाले अरबपतियों तक हर मोड़ पर कमाई तक विजय-सफलता की आकांक्षा स्वाभाविक है।