राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और उसके कार्यकर्ता यह बताना चाह रहे हैं कि संघ के कार्यक्रमों में राष्ट्रीय ध्वज फैलाया जाता रहा है। उन्हें यह बताने की जरूरत सोशल मीडिया पर उस हंगामे के बाद पड़ रही है जिसमें संघ द्वारा तिरंगा झंडा फैलाने बात उठी थी। संघ समर्थकों ने बाकायदा यह बताया कि किस तरह से संघ प्रमुखों ने तिरंगा फहराया।
गौरतलब है कि दो दिन पहले इलाहाबाद उच्च न्यायालय द्वारा मदरसों पर राष्ट्रीय झंडा फैलाने संबंधी आदेश पर सोशल मीडिया पर मुस्लिम समाज और प्रगतिशील खेमे का जो गुस्सा फूटा, उसका निशाना संघ पर था। उन्होंने सीधे-सीधे कहा था कि संघ को भी तिरंगा फहराना चाहिए। इसके जवाब में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने बाकायदा बताया कि किस तरह से संघ प्रमुखों ने राष्ट्रीय ध्वज फैलाया। वर्ष 2002 में संघ ने यह घोषणा की थी कि उसकी तमाम शाखाओं में राष्ट्रीय झंडा फैलाया जाएगा। उस समय संघ के राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के राष्ट्रीय कार्य़कारी सदस्य के. सूर्यानारानण ने इसकी घोषणा की थी।
इस बारे संघ समर्थक बता रहे हैं कि किस तरह से नागपुर में 2014 में संघ सरचालक मोहन भागवत ने संघ मुख्यालय पर झंडा फैलाया था। इसी तरह के कई घटनाओं को उदृधत किया जा रहा है, जिससे यह साबित किया जाए कि उनका तिरंगा प्रेम पुराना है।