पूर्व भारतीय ओपनर और कोलकाता नाइट राइडर्स के मेंटर गौतम गंभीर ने आगामी भारत-इंग्लैंड टेस्ट सीरीज को लेकर एक अहम बयान दिया है। उन्होंने संकेत दिए हैं कि भारतीय टीम को इंग्लैंड की चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में युवा जोश की बजाय अनुभव को प्राथमिकता देनी चाहिए। गंभीर ने कहा कि इंग्लिश कंडीशंस में सफल होने के लिए अनुभव, धैर्य और तकनीकी मजबूती की जरूरत होती है, जो केवल समय के साथ आती है।
गंभीर ने खासतौर पर करुण नायर जैसे अनुभवी बल्लेबाजों का समर्थन किया है। गंभीर ने घरेलू क्रिकेट में करुण नायर के चयन के महत्व पर कहा, "यह घरेलू क्रिकेट के लिए बहुत बढ़िया है। सभी युवा खिलाड़ी इसकी अहमियत जानते हैं। अगर आप वहां अच्छा प्रदर्शन करते रहेंगे, तो आपके लिए दरवाजे कभी बंद नहीं होंगे। करुण का अनुभव हमेशा अच्छा रहता है, उन्होंने वहां काउंटी क्रिकेट खेला है और वह वाकई अच्छी फॉर्म में हैं। उनका अनुभव काम आएगा। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि हम किसी को एक या दो टेस्ट मैचों से नहीं आंकेंगे। अगर किसी ने ढेर सारे रन बनाए हैं, तो उसे अच्छे मौके दिए जाएंगे।"
श्रेयस अय्यर के सवाल पर उन्होंने कहा, "किसी को भी बुलाया जा सकता है। हम केवल 18 लोगों को ही चुन सकते हैं, चयनकर्ताओं के अध्यक्ष ने पहले ही इस बारे में बात कर ली है। मेरे लिए यह हमेशा उन लोगों के लिए खुला रहना है जो अच्छे फॉर्म में हैं।"
गंभीर का मानना है कि इंग्लैंड की सीम और स्विंग वाली पिचों पर टिके रहना और बड़ी पारियां खेलना बेहद जरूरी होता है, और इसके लिए तकनीकी रूप से मजबूत तथा मानसिक रूप से तैयार बल्लेबाजों की जरूरत है। उन्होंने यह भी जोड़ा कि भारत को एक संतुलित प्लेइंग इलेवन के साथ उतरना चाहिए जिसमें तेज गेंदबाजों और स्पिनरों के साथ-साथ मिडिल ऑर्डर में भरोसेमंद बल्लेबाज भी हों।
बेंगलुरु भगदड़ पर गंभीर ने कहा कि वह कभी भी रोड शो का समर्थक नहीं रहा। 2007 में जीतने के बाद भी मेरा यही कहना था कि हमें कभी भी रोड शो नहीं करना चाहिए। शायद भविष्य में हम स्टेडियम में कुछ कर सकें। मेरी संवेदना उन लोगों के परिवारों के साथ है जिन्होंने अपनी जान गंवाई। मैं बस इतना ही कह सकता हूं कि हमें जिम्मेदार होने की जरूरत है। हर जीवन मायने रखता है। अगर हम रोड शो करने के लिए तैयार नहीं हैं, तो हमें ऐसा नहीं करना चाहिए। आप किसी भी समय 11 लोगों को नहीं खो सकते।
वहीं, शुभमन गिल ने कप्तानी के सवाल पर कहा, "कोई खास शैली नहीं है जिसका मैं पालन करना चाहता हूँ। मुझे खिलाड़ियों के साथ संवाद करना, उन्हें सुरक्षित महसूस कराना पसंद है। एक कप्तान के तौर पर खिलाड़ियों के साथ संबंध बनाना मेरे लिए बहुत महत्वपूर्ण है। जब खिलाड़ी सुरक्षित होंगे तभी वे अपना 100 प्रतिशत देंगे।"
उन्हें कैसे कग रहा बै इसपर गिल ने कहा कि यह बहुत ही अभिभूत करने वाला था, साथ ही यह एक बड़ी जिम्मेदारी भी थी और इस बड़ी चुनौती का बेसब्री से इंतजार कर रहा था। हमारे पास अभी भी कुछ समय है, हम एक इंट्रा-स्क्वाड खेलेंगे और लंदन में 10-दिवसीय शिविर लगाएंगे। हम वहां पहुंचने के बाद बल्लेबाजी क्रम तय करेंगे