विश्व कप 2019 टीम में न चुने जाने के बाद भारतीय टीम के मध्यक्रम बल्लेबाज अंबाती रायडू ने अचानक संन्यास लेकर पूरी दुनिया को चौंका दिया था। अब लगभग 58 दिन बाद अपने उस फैसले को भावुक बताते हुए रायडू ने संन्यास वापस लेने का भी ऐलान कर दिया है। अब उन्होंने संन्यास से वापसी और हैदराबाद के लिए सभी तीनों प्रारूपों में खेलने की इच्छा व्यक्त की है।
हैदराबाद की ओर से खेलने की इच्छा व्यक्त की
उन्होंने बीसीसीआई के प्रशासक रत्नाकर शेट्टी को लिखा और फिर हैदराबाद की ओर से खेलने की इच्छा व्यक्त की। शेट्टी हैदराबाद क्रिकेट संघ (एचसीए) की प्रशासकों की समिति के सदस्य भी हैं। शेट्टी ने शुक्रवार को फोन पर कहा कि अंबाती रायडू ने संन्यास के अपने पूर्व फैसले से वापसी की इच्छा जताई है और खेल के सभी प्रारूपों में एचसीए के लिए खुद को उपलब्ध कराया है। रायडू ने यह भी कहा कि उन्होंने संन्यास का फैसला जल्दबाजी में लिया था।
वीवीएस लक्ष्मण और नोएल डेविड
आंध्रप्रदेश के इस खिलाड़ी ने अपनी आईपीएल टीम चेन्नई सुपरकिंग्स, दिग्गज भारतीय खिलाड़ी वीवीएस लक्ष्मण और नोएल डेविड का शुक्रिया भी अदा किया। बकौल अंबाती इन सभी ने मुश्किल वक्त में उनका समर्थन किया। इन सभी ने अहसास कराया कि मुझमें अभी काफी क्रिकेट बची है और मैं आगे खेल सकता हूं। रायडू ने कहा कि वे हैदराबाद के लिए आगे खेलने को तैयार हैं और टीम के लिए 10 सितंबर से खेलने को उपलब्ध भी रहेंगे।
चीफ सिलेक्टर ने बताई अच्छी खबर
इसके बाद हैदराबाद के चीफ सिलेक्टर नोएल डेविड ने कहा कि यह हमारे लिए अच्छी खबर है। रायडू में अभी कम से कम पांच साल की क्रिकेट बाकी है। वे युवा खिलाड़ियों को काफी कुछ सिखा सकते हैं। उनके बिना हमें पिछले साल रणजी ट्रॉफी में काफी संघर्ष करना पड़ा था। उनकी क्लास और अनुभव से हमारी टीम को फायदा होगा।
विश्व कप के पहले तक टीम को अहम हिस्सा थे
अंबाती रायडू छह महीने पहले तक भारतीय टीम का अहम हिस्सा थे। कप्तान, कोच और मुख्य चयनकर्ता द्वारा उन्हें आईसीसी विश्व कप के लिए नंबर-4 का सबसे बेहतरीन बल्लेबाज बताया जा रहा था, लेकिन जब 15 अप्रैल को टीम की घोषणा हुई, तब उनकी जगह विजय शंकर को टीम में शामिल कर लिया गया था। इसके बाद रायुडू का एक विवादित ट्वीट भी बेहद चर्चा में आया, जिसके बाद उन्हें रिजर्व खिलाड़ियों की सूची में शामिल किया गया था। हालांकि चोटिल होकर शिखर धवन और फिर विजय शंकर के बाहर होने के बाद भी बीसीसीआई ने उनकी जगह ऋषभ पंत को वर्ल्ड कप के लिए इंग्लैंड भेजा था।
55 वनडे में 47.05 की औसत है
इसके बाद ही तीन जुलाई 2019 को भारतीय टीम के लिए 55 वनडे इंटरनेशनल में 47.05 की औसत से 1694 रन बनाने वाले रायडू ने क्रिकेट को अलविदा कह दिया था। रायडू के बल्ले से तीन शतक और 10 अर्धशतक भी निकले हैं। छह टी-20 मैच खेलने वाले रायडू ने 10.50 की खराब औसत से महज 42 ही रन बनाए है।