क्रिकेट का खेल हमेशा रिकॉर्ड के लिए याद किया जाता है। मनोरंजन की हर बार चर्चा होती है। खेल में बल्लेबाजी और गेंदबाजी के इस खेल में कभी कभी ऐसा कुछ हो जाता है जो इतिहास में अलग तरह से दर्ज होता है। 27 नवंबर को आज से 9 साल पहले एक ऐसी घटना हुई थी, जिसे क्रिकेट प्रेमी आज तक नहींभुला सके हैं। आज फिल ह्यूज के निधन को नौ साल हो गए।
आस्ट्रेलिया के बल्लेबाज फिलिप ह्यूज का एक मैच के दौरान सिर में बाउंसर लगने से निधन आज ही के दिन हुआ था। एक घरेलू मैच में बल्लेबाजी कर रहे ह्यूज के गर्दन पर गेंद लगी थी, जिसके बाद वह मैदान पर ही गिर पड़े। अस्पताल में उनका इलाज जरूर किया गया, मगर डॉक्टर उन्हें नहीं बचा सके।
आज भी क्रिकेट जगत और विशेष तौर पर ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी उन्हें याद कर रहे हैं। हाल ही में जब ऑस्ट्रेलिया ने भारत को विश्व कप के फाइनल में हराकर खिताब जीता था। तब भी कई ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों ने अपनी बांह पर "पीएच" लिखे बैंड पहने हुए थे।
हालांकि, फिल ह्यूज की मौत इस तरह की पहली घटना नहीं थी। इससे पहले भी विभिन्न देशों के खिलाड़ी बल्लेबाजी के दौरान अथवा क्षेत्ररक्षण के दौरान गेंद लगने से अपनी जान गंवा चुके हैं। इनमें भारत के बल्लेबाज रमन लांबा शामिल हैं। चार टेस्ट मैच और 32 एकदिवसीय मैचों में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले रमन लांबा की 1998 में ढाका में एक क्लब मैच में क्षेत्ररक्षण के दौरान सिर पर गेंद लगने से मौत हो गई थी।