खेल संगठनों के आयोजन पर पहले 28 फीसदी टैक्स का प्रावधान रखा गया था लेकिन गुरूवार 29 जून को इसे 18 फीसदी करने का फैसला लिया गया लेकिन 18 फीसदी केवल उन्हीं मैच के टिकटों पर लगेगा जिनकी कीमत 250 रुपये से कम होगी। आमतौर पर मैच के सभी मुकाबलों के टिकटों की दरों इससे ज्यादा ही रहती हैं और आईपीएल की टिकट की दरें तो बहुत ज्यादा रहती हैं। इसलिए मैच की टिकटों पर आमतौर पर 28 फीसदी टैक्ट ही लगेगा। इसी तरह हॉकी लीग, कब्बडी लीग, रेसलिंग लीग वगैरा के आयोजन के महंगे टिकट पर भी 18 फीसदी टैक्स लगेगा जबकि हॉकी, फुटबाल व अन्य खेल के टिकट आमतौर पर सस्ते होते हैं और उनके टिकटों की दरें 250 से कम रहती है तो उन पर 18 फीसदी टैक्स ही लगेगा और इनके दर्शकों पर ज्यादा असर नहीं होगा।
आईपीएल को लेकर लोगों का ज्यादा ही उत्साह रहता है और मैदान भरे रहते हैं तो इनके टिकट महंगे ही रहते हैं। पिछले कुछ सालों में स्टेडियम जाकर मैच देखने की दिलचस्पी लोगों में बढ़ी है और इससे सरकार को लगा कि ज्यादा राजस्व कमाया जा सकता है। ढाई सौ रुपये तक की टिकटों पर टैक्स सस्ता करके सरकार ने खेल प्रेमियों को लॉलीपाप देने का ही काम किया है।