नई दिल्ली। आईपीएल में सट्टेबाजी अौर मैच फिक्सिंग के मामले में एक बड़ा फैसला अाया है। इंडियन प्रीमियर लीग की सरताज चेन्नई सुपरकिंग्स और राजस्थान रॉयल्स दो साल के लिए आईपीएल से बाहर हो गई हैं जबकि इन टीमों से जुड़े गुरुनाथ मयप्पन और राज कुंद्रा पर बीसीसीआई की क्रिकेट से जुड़ी गतिविधियों पर शामिल होने पर आजीवन प्रतिबंध लगाया गया है। इस तरह अब आईपीएल में सिर्फ छह टीमें रह गई हैं। प्रतिबंध लगने के बाद राजस्थान रॉयल्स और चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाड़ियों के भविष्य पर भी सवालिया निशान लग गया है।
पूर्व चीफ जस्टिस आरएम लोढ़ा की अगुवाई में गठित तीन सदस्य समिति ने चेन्नई सुपर किंग्स का चेहरा माने जाने वाले गुरुनाथ मयप्पन और राजस्थान रॉयल्स के मालिकों में शामिल राज कुंद्रा को सट्टेबाजी में लिप्त होने का दोषी पाया है। समिति का मानना है कि इन लोगों ने क्रिकेट, बीसीसीआई और आईपीएल की छवि को धूमिल किया। समिति ने चेन्नई सुपर किंग्स की मालिक इंडिया सीमेंट और राजस्थान रॉयल्स की संचालक जयपुर आईपीएल फ्रेंचाइजी पर भी दो साल का प्रतिबंध लगाने की सिफारिश की है।
सुप्रीम कोर्ट ने इस साल जनवरी में इस समिति का गठन किया था ताकि यह तय किया जा सके कि मयप्पन, कुंद्रा और दो फ्रेंचाइजी, सीएसके की मालिक कंपनी इंडिया सीमेंट लिमिटेड और राजस्थान रायल्स की मालिक जयपुर आईपीएल को कितनी सजा दी जाए।
मयप्पन और कुंद्रा को सब पता था
आईसीसी चीफ एन. श्रीनिवासन के दामाद गुरुनाथ मयप्पन और अभिनेत्री शिल्पा शेट्टी के पति राज कुंद्रा को सजा देने के लिए बनाई गई समिति ने कहा कि दोनों ने सब बातों की जानकारी होने केे बावजूद नियम तोड़े। जस्टिस लोढ़ा ने कहा, मयप्पन चेन्नै सुपर किंग्स का अहम हिस्सा थे, उन्हें इस तरह की भ्रष्ट गतिविधियों में शामिल नहीं रहना चाहिए था। इसलिए उनके किसी भी प्रकार क्रिकेट से जुड़ने पर प्रतिबंध लगाया जाता है। उन्होंने कहा कि जिस व्यक्ति के मन में भी क्रिकेट के प्रति सम्मान होगा वह ऐसी गतिविधियों में लिप्त नहीं रहेगा। राज कुंद्रा के बारे में जस्टिस लोढ़ा ने कहा कि उन्होंने सट्टेबाजी तो की है, मगर फिक्सिंग के आरोप उन पर साबित नहीं हुए। लेकिन उन्होंने भी कानून और नियमों का उल्लंघन किया है। उन्हें भी आजीवन क्रिकेट से जुड़ने पर बैन किया जाता है।
मालिक बदलकर हो सकती है टीमों की दोबारा एंट्री
जस्टिस लोढ़ा से पूछा गया कि यदि इन दोनों फ्रेंचाइजी के मालिक बदल जाते हैं तो क्या उन्हें एेसे में आईपीएल में खेलने की अनुमति दी जाएगी, उन्होंने कहा कि इस पर बीसीसीआई को फैसला करना है। उन्होंने कहा, हमारे सामने सवाल उठाया गया लेकिन बीसीसीआई को यह फैसला करना है और क्या इसके लिए कोई कानूनी प्रावधान है। आपको यह ध्यान रखना चाहिए कि हम मामले से जुड़े प्रत्येक पहलू पर गौर नहीं कर सकते हैं।