पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने शनिवार को साफ कर दिया कि वह भारतीय टीम के वेस्ट इंडीज दौरे के लिए उपलब्ध नहीं रहेंगे। इसके बाद इस विकेटकीपर बल्लेबाज के भविष्य को लेकर एक बार फिर सवाल उठने शुरू हो गए हैं। धोनी अगले दो महीनों तक क्रिकेट से दूर रहेंगे। धोनी टैरिटोरियल आर्मी की पैराशूट रेजिमेंट में लेफ्टिनेंट कर्नल हैं, और ऐसी खबरें हैं कि अगले दो महीने में से काफी वक्त वह इस रेजिमेंट के साथ गुजारेंगे। भारतीय टीम का वेस्टइंडीज दौरा तीन अगस्त से शुरू हो रहा है। इस बयान से साफ है कि धोनी अभी आगे भी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलना जारी रखना चाहते हैं।
बीसीसीआई ने दी जानकारी
बीसीसीआई के एक आला अधिकारी ने मामले के बारे में अधिक जानकारी दी। अधिकारी ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताय कि धोनी ने खुद ने यह कहा है कि वे वेस्टइंडीज दौरे पर नहीं जा पाएंगे। वे अगले दो महीने के लिए पैरामिलिट्री रेजिमेंट में समय बिताएंगे। उन्होंने रविवार को होने वाली चयनसमिति की बैठक से पहले यह फैसला लिया। उन्होंने कप्तान विराट कोहली और एमएसके प्रसाद को भी सूचित कर दिया। अधिकारी ने कहा कि धोनी के इस बयान से उम्मीद जताई जा सकती है कि वे अभी संन्यास के बारे में नहीं सोच रहे।
रविवार को चुनी जाएगी टीम
रविवार को एमएसके प्रसाद की अध्यक्षता वाली चयन समिति मुंबई में बैठक करेगी जिसमें वेस्ट इंडीज दौरे के लिए भारतीय टीम का चनय होगा। धोनी के इस टूर से हटने के बाद माना जा रहा है कि तीनों फॉर्मेट में ऋषभ पंत बतौर विकेटकीपर पहली पसंद होंगे। वहीं ऋद्धिमान साहा विकेटकीपर के रूप में दूसरी पसंद हो सकते हैं।
उनके दोस्त ने भी दी थी सफाई
भारत के विश्व कप सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड से हारने के बाद धोनी के भविष्य को लेकर अटकलें काफी बढ़ गई थी। हालांकि इस पर धोनी के व्यवसायी साझेदार और दोस्त अरूण पांडे ने भी पहले ही अपना बयान दे दिया था। उन्होने कहा कि उनकी अभी तुरंत संन्यास लेने की कोई योजना नहीं है। उन जैसे महान खिलाड़ी के भविष्य को लेकर चल रही लगातार अटकलें काफी दुर्भाग्यपूर्ण हैं। पांडे की यह प्रतिक्रिया रविवार को वेस्टइंडीज दौरे के लिए टीम चयन से पहले आई है। पांडे लंबे समय से धौनी से जुड़े हुए हैं और खेल प्रबंधन कंपनी रिति स्पोर्ट्स के संचालन के अलावा उनके व्यावसायिक मामलों को भी देखते हैं।
धोनी की कप्तानी में टीम ने जीते कई खिताब
धोनी ने अपनी कप्तानी में भारतीय क्रिकेट टीम को आईसीसी के बड़े टूर्नामेंटों में जीत दिलवाई है। इनमें विश्वकप, टी-20 विश्वकप और चैंपियंस ट्राफी शामिल है। धोनी ने पिछली पारी सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड के खिलाफ खेली थी। इसमें उन्होंने 50 रन बनाए थे। इस पारी को सराहा गया था। हालांकि भारत यह मैच हार गया था। मार्टिन गप्टिल के सीधे थ्रो से धोनी रन आउट हो गए थे। भारत का विश्वकप का सफर वहीं समाप्त हो गया था। इससे पहले धोनी और रवींद्र जडेजा ने 116 रनों की साझेदारी कर भारतीय प्रशंसकों के बीच एक बार फिर उम्मीद जगाई थी। भारत इस मैच में 240 रनों के लक्ष्य का पीछा कर रहा था।
ऐसा रहा करिअर
धोनी ने भारत के लिए 350 वनडे, 90 टेस्ट, 98 टी-20 इंटरनेशनल मैच खेले हैं। उन्होंने वनडे में 10,773 रन बनाए हैं। इस दौरान उनका औसत 50 से ज्यादा रहा। टेस्ट मैचों में धोनी ने 38.09 की औसत से 4876 रन बनाए हैं। टी-20 में धोनी ने 1617 रन बनाए हैं।