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बांगड़ ने कहा, कैच छोड़ने का खामियाजा भुगता

भारत के बल्लेबाजी कोच संजय बांगड़ ने आज यहां स्वीकार किया कि इंग्लैंड के कप्तान एलिस्टेयर कुक और पदार्पण कर रहे सलामी बल्लेबाज हसीब हमीद के पहले घंटे में कैच छोड़ने से भारत ने मेहमान टीम के मध्यक्रम को शुरूआत में ही निशाना बनाने का मौका गंवा दिया।
बांगड़ ने कहा, कैच छोड़ने का खामियाजा भुगता

बांगड़ ने पहले क्रिकेट टेस्ट के पहले दिन के खेल के बाद कहा, टेस्ट मैच के पहले दिन पहले सत्र में हमेशा विकेट से मदद मिलती है। आप बल्लेबाजी करें या गेंदबाजी आपको पहले सत्र का फायदा उठाना होता है। हमने कुछ कैच छोड़े जिससे हम बल्लेबाजी क्रम को शुरूआत में निशाना नहीं बना पाए। इससे हमें नुकसान हुआ।

उन्होंने कहा, निश्चित तौर पर हम पहले सत्र में बेहतर शुरूआत कर सकते थे। अगर हम वे कैच लपक लेते तो मध्यक्रम को मुश्किल में डाल सकते थे।

अजिंक्य रहाणे ने मोहम्मद शमी की तीसरी की गेंद पर गली में कुक का कैच छोड़ा जबकि उन्होंने खाता भी नहीं खोला था। मुरली विजय ने इसके बाद पारी के छठे ओवर में उमेश यादव की गेंद पर स्लिप में पदार्पण कर रहे सलामी बल्लेबाज हमीद का कैच छोड़ा जो उस समय 13 रन बनाकर खेल रहे थे जबकि टीम का स्कोर 24 रन था।

 

इन दो गलतियों का भारत को अधिक खामियाजा नहीं भुगतना पड़ा और कुक तथा हमीद दोनों लंच से पहले क्रमश: 21 और 31 रन बनाकर पवेलियन लौटे लेकिन मेजबान टीम ने इससे इंग्लैंड के मध्यक्रम को शुरूआत में ही निशाना बनाने का मौका गंवा दिया।

यहां तक कि अर्धशतक पूरा करने के तुरंत बाद मोईन को भी जीवनदान मिला जब रविचंद्रन अश्विन की गेंद पर चेतेश्वर पुजारा ने उनका कैच टपकाया जिससे इंग्लैंड ने दिन का खेल खत्म होने तक चार विकेट पर 311 रन बनाकर अपनी स्थिति मजबूत की।

बांगड़ ने कहा, लंच के समय हमें लगा कि हमने जो तीन विकेट चटकाए हैं वह हमें सत्र की शुरूआत में हासिल करने चाहिए थे। लेकिन उन्हें पूरा श्रेय जाता है कि उन्होंने राजकोट में पहले दिन के हालात का पूरा फायदा उठाया। यह पहले दिन का विकेट था। राजकोट को बल्लेबाजों का स्वर्ग माना जाता है। वे स्तरीय खिलाड़ी हैं और उन्होंने अच्छा प्रदर्शन किया। बांगड़ हालांकि आशावादी हैं कि अभी सब कुछ खत्म नहीं हुआ है।

उन्होंने कहा, खेल तेजी से बदलता है। फिलहाल उनके चार विकेट गिर चुके हैं। कल कुछ विकेट जल्दी चटकाकर हम वापसी कर सकते हैं और उन्हें डेढ़ सत्र से पहले आउट कर सकते हैं। आप कुछ नहीं कह सकते। अभी पहला ही दिन है और अगर हम वे कैच पकड़ लेते तो शायद छह विकेट हासिल कर सकते थे और 25 रन कम खर्च करते।

भारत ने 80 ओवर के बाद नयी गेंद नहीं ली और बांगड़ ने कहा कि ऐसा इसलिए किया गया क्योंकि गेंद रिवर्स स्विंग कर रही थी। बांगड़ ने लेग स्पिनर अमित मिश्रा से कम गेंदबाजी कराने के फैसले का बचाव भी किया जबकि अश्विन ने 31 ओवर गेंदबाजी की। उन्होंने कहा, आम तौर पर अगर आप इस तरह के दिन पांच गेंदबाजों के साथ खेलते हैं तो बेशक हमारा शीर्ष स्पिनर होने के कारण अश्विन 25 से अधिक ओवर करेगा। तरोताजा होने के कारण नयी गेंद से तेज गेंदबाजों की भी भूमिका रहेगी। इसका मतलब हुआ कि एक स्पिनर को शाम कम ओवर फेंकने को मिले और आज ऐसा अमित मिश्रा के साथ हुआ। मिश्रा ने पहले स्पैल में आठ ओवर किए जबकि इसके बाद दो ओवर और फेंके।

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