अभी तक क्रिकेटप्रेमियों के जेहन में उन छक्कों की यादें ताजा है। ऐसे में दिल्ली डेयरडेविल्स दुआ करेगा कि उनका यह फार्म आईपीएल में भी कायम रहे। दूसरी ओर गौतम गंभीर की अगुवाई वाली केकेआर का अपने घरेलू मैदान पर रिकार्ड अच्छा रहा है। आईपीएल में अब तक अपेक्षाओं पर खरे नहीं उतर सके डेयरडेविल्स अपना संयोजन दुरुस्त करना चाहेंगे। दूसरी ओर पांच साल में रिकार्ड तीसरा खिताब जीतने की इच्छुक केकेआर का लक्ष्य जीत की लय कायम करने का होगा।
डेयरडेविल्स ने इस बार लगभग पूरी टीम बदल डाली है जिसमें युवाओं पर अधिक भरोसा किया गया है। ब्रेथवेट को चार करोड़ 20 लाख रुपये में खरीदा गया जब वह इतना जाना-पहचाना नाम भी नहीं थे लेकिन टी20 विश्व कप ने उन्हें स्टार बना दिया। डेयरडेविल्स अब मिनी राजस्थान रॉयल्स नजर आ रही है जिसके मेंटर राहुल द्रविड़ हैं और पैडी उपटन कोच हैं। जहीर खान के रूप में ऐसा कप्तान है जिसका अनुभव काफी काम आएगा।
राजस्थान रायल्स को मजबूत इकाई बनाने में अहम भूमिका निभा चुके इन दोनों के सामने पहली चुनौती डेयरडेविल्स को जीत की राह पर लाने और स्थिर टीम बनाने की होगी। द्रविड़ की टीम में उनकी अंडर 19 भारतीय टीम का हिस्सा रह चुके ऋषभ पंत, महिपाल लोमरोर और खलील अहमद हैं। द्रविड़ के कोच रहते भारत की अंडर 19 टीम जूनियर विश्व कप फाइनल में पहुंची थी। इनमें से सिर्फ पंत के अंतिम एकादश में जगह पाने की उम्मीद है।
टीम मालिक जीएमआर स्पोट्र्स के निदेशक टीए शेखर ने कहा , हमें युवा और निर्भीक क्रिकेटर चाहिए थे जिन पर हम काम कर सके। हमारे पास संजू सैमसन, करुण नायर, पवन नेगी, श्रेयस अय्यर और ऋषभ पंत है। ये सभी राहुल द्रविड़ के मार्गदर्शन में खेल चुके हैं। हमें उम्मीद है कि नए कोचिंग स्टाफ और युवा खिलाडि़यों के आने से डेयरडेविल्स का प्रदर्शन बेहतर होगा।
अय्यर ने मुंबई के लिए रणजी ट्राफी में 73 . 38 की औसत से 1321 रन बनाये। पिछले साल आईपीएल में भी उसका प्रदर्शन बेहतरीन रहा। उनके अलावा डेयरडेविल्स के पास सैमसन, जेपी डुमिनी, विकेटकीपर बल्लेबाज किंटोन डिकाक और ब्रेथवेट है। गेंदबाजी में जहीर के साथ मोहम्मद शमी, डुमिनी, लेग स्पिनर अमित मिश्रा, नेगी और इमरान ताहिर होंगे। केकेआर के पास जाक कैलिस के रूप में नया कोच है चूंकि टेवर बेलिस इंग्लैंड टीम के साथ जुड़ चुके हैं। ऐसे में कैलिस की कोचिंग क्षमता की यह कठिन परीक्षा होगी।