जिस तरह से तूफानी बल्लेबाज ऋषभ पंत को विश्व कप के लिए भारत की वनडे टीम में स्थान नहीं दिए जाने को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं लगभग वैसी ही स्थिति में इंग्लैंड की विश्व कप टीम में तेज गेंदबाज जोफ्रा आर्चर को लेकर है। इंग्लैंड के पूर्व हरफनमौला एंड्रयू फ्लिंटाफ तो यहां तक कह चुके हैं कि आर्चर को विश्व कप के लिए इंग्लैंड टीम में स्थान दिया ही जाना चाहिए फिर चाहे इसके लिए किसी खिलाड़ी को निकालना भी पड़े।
इंग्लैंड के तेज गेंदबाज लियाम प्लंकेट भी इस मामले में फ्लिंटाफ के ही जैसी राय रखते हैं। प्लंकेट ने कहा कि यदि जोफ्रा आर्चर विश्व कप की टीम में शामिल होते तो इंग्लैंड की टीम और बेहतर होती। इंग्लैंड की ओर से घोषित 15 सदस्यीय टीम में बारबाडोस में जन्मे आर्चर को जगह नहीं मिली है।
मैं उनके लिए किसी को भी टीम से बाहर निकालता
फ्लिंटॉफ ने कहा कि आर्चर को टीम में होना चाहिए। मैं उनके लिए किसी को भी टीम से बाहर कर देता, वह बहुत बेहतरीन खिलाड़ी हैं। वह अविश्वसनीय हैं, मैं उन्हें एक दिन गेंदबाजी करते हुए देख रहा था और मैं आश्चर्यचकित रह गया है कि इतनी आसानी से वह इतनी तेज गेंदबाजी कैसे कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि आर्चर के इंग्लैंड में शामिल होने से टीम की एकजुटता पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। टीम भावना जीत से पैदा होती है, मैं कई टीमों के लिए खेल चुका हूं और टीम भावना वहीं पाई जहां टीम सफल थी। किसी को किसी को टीम में शामिल करना कोई बड़ा मुद्दा नहीं है।
बेहतरीन रहा आर्चर का प्रदर्शन
आर्चर ने पाकिस्तान के खिलाफ बुधवार को ओवल में पारी के शुरू में अपनी तूफानी तेज गेंदबाजी से प्रभावित किया और लगातार 90 मील प्रति घंटा की रफ्तार से गेंदबाजी भी की। उन्होंने चार ओवर में केवल छह रन दिये और एक विकेट लिया। इसके बार बारिश ने खेल में व्यवधान डाला और पांच मैचों की श्रृंखला के इस पहले मैच का परिणाम नहीं निकल पाया। जब मैच बिना किसी परिणाम के घोषित करने का फैसला किया गया तब पाकिस्तान ने दो विकेट पर 80 रन बनाये थे। उस समय इमाम उल हक 42 और हारिस सोहेल 14 रन पर खेल रहे थे।
बाएं हाथ के बल्लेबाजों को करते हैं ज्यादा परेशान
तेज गेंदबाज प्लंकेट ने मैच के बाद अपने साथी आर्चर के बारे में कहा कि वाकई वह बेहतरीन हैं। उन्होंने इस बात को मैच में भी दिखाया। उन्होने अच्छी गति और लाइन-लेंग्थ के साथ गेंदबाजी की। उन्होने शुरुआती ओवर में ही विकेट हासिल किया और वे बाएं हाथ के बल्लेबाजों को लगातार बीट करते रहे।
उन्होंने कहा कि आर्चर के होने की स्थिति में टीम और भी बेहतर होती। उन्होंने कहा आर्चर की खासियत यह है कि वे बिना किसी अतिरिक्त प्रयास के गेंदों को अच्छी खासी गति देने में सफल रहते हैं। गौरतलब है कि बारबाडोस में जन्मे आर्चर ने हाल ही में इंग्लैंड की नागरिकता की पात्रता हासिल की है। ऐसे में यह सवाल उठाए जा रहे हैं कि उन्हें तुरंत इंग्लैंड टीम में स्थान दिए जाने से टीम का मनोबल प्रभावित हो सकता है।