भारतीय टीम के पूर्व क्रिकेटरों ने अमित भंडारी पर हमले को लेकर सख्त नाराजगी जताई है। उन पर हमला करने वाले खिलाड़ी पर आजीवन प्रतिबंध लगाने की मांग की है। भारतीय टीम के पूर्व तेज गेंदबाज और दिल्ली ऐंड डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन (डीडीसीए) की चयन समिति के अध्यक्ष अमित भंडारी पर अनुज डेढ़ा और उनके कुछ साथियों ने हमला कर दिया। डेढ़ा अंडर-23 टीम में अपना चयन नहीं होने से नाराज थे।
गौतम गंभीर ने की आजीवन प्रतिबंध लगाने की मांग
दिल्ली की टीम में भंडारी के साथ खेल चुके पूर्व टेस्ट क्रिकेटर गौतम गंभीर ने इस घटना पर कहा, ‘राजधानी के बीचोबीच ऐसा होता देख मैं बेहद निराश हूं और मैं व्यक्तिगत रूप से यह सुनिश्चित करूंगा की यह मामला ठंडे बस्ते मे न जाए। शुरुआत करने के लिए मैं उस खिलाड़ी पर सभी क्रिकेट फॉरमेट से आजीवन प्रतिबंध लगाने का आह्वान कर रहा हूँ।
वीरेंद्र सहवाग का बयान
वीरेंद्र सहवाग जो कि दिल्ली और भारतीय टीम के नामी खिलाड़ी रहे हैं, उन्होने भी इसकी कड़ी आलोचना करते हुए कहा, ‘एक खिलाड़ी को नहीं चुनने के लिए दिल्ली के चयनकर्ता अमित भंडारी पर हमला एक निम्न स्तर की हरकत है और मुझे उम्मीद है कि दोषी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी और भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए पर्याप्त उपाय किए जाएंगे।’
क्या है मामला
यह हमला सोमवार को अंडर-23 ट्रायल्स के दौरान सेंट स्टीफन्स ग्राउंड पर हुआ। चयन नहीं होने के बाद अनुज डेढ़ा के समर्थकों ने भंडारी पर यह हमला किया। भंडारी को सिर और कान में काफी चोटें आई हैं। उनके साथी सुखविंदर सिंह उन्हें तुरंत ही सिविल लाइंस स्थित संत परमानंद अस्पताल ले गए। डीडीसीए के अध्यक्ष रजत शर्मा ने कहा कि दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। दिल्ली क्रिकेट भ्रष्टाचार और विभिन्न आयुवर्ग में चयन में अनियमितताओं के आरोपों से हमेशा घिरा रहा है और इस घटना से उसकी साख पर एक ओर बट्टा लगेगा।
भंडारी का बयान
भंडारी ने बताया कि दिल्ली के एक क्रिकेटर अनुज डेढ़ा ने अपने साथों के साथ मिलकर उनपर हमला कर दिया था। भंडारी पर हॉकी स्टिक्स और डंडों से हमला किया गया था। सूत्रों के मुताबिक हमला करने वाले खिलाड़ी और उसके भाई नवीन को तो दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और बाकी हमलावरों की तलाश जारी है। दिल्ली के कश्मीरी गेट थाने में उनके खिलाफ आईपीसी की धारा 308, 506 और 34 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
प्रत्यक्षदर्शी ने सुनाई हमले की कहानी
दिल्ली के सीनियर और अंडर 23 मैनेजर शंकर सैनी ने बताया, 'मैं टेंट के भीतर एक साथी के साथ खाना खा रहा था। भंडारी और अन्य चयनकर्ता सीनियर टीम के कोच मिथुन मन्हास के साथ ट्रायल मैच देख रहे थे। यह क्रिकेटर दिल्ली की अंडर 23 टीम में खेलना चाहता था लेकिन उसके लिए सेलेक्ट न होने पर दो लोग आए और भंडारी के पास गए। उनकी भंडारी से तीखी बहस हुई और वे तुरंत चले गए। इसके बाद 15 लोग हॉकी स्टिक, लोहे की छड़ें और साइकिल की चेन लेकर आए।' भंडारी पर हुए इस हमले ने सबको चौंका दिया है। उन्होने बताया, 'ट्रायल में भाग ले रहे लड़के और हम भंडारी को बचाने दौड़े। उन्होंने हमको भी धमकी दी, ‘हमारे बीच में न पड़ो वरना गोली मार देंगे।’
इस बीच डीडीसीए के अध्यक्ष रजत शर्मा ने भी आरोपियों के साथ बेहद सख्ती से पेश आने की बात कही है।