जो रूट ने कल 124 रन की पारी खेली थी। इसके बाद मोईन (117) और स्टोक्स (128) ने भी शतक जमाये जिससे इंग्लैंड अपनी पहली पारी में 537 रन का स्कोर खड़ा करने में सफल रहा। भारतीय गेंदबाज प्रभाव छोड़ने में असफल रहे और उन्होंने लंच से पहले के 30 ओवरों में 139 रन लुटाए। बाद में भारत के सलामी बल्लेबाजों ने किसी तरह की जल्दबाजी नहीं दिखायी और सहजता से रन बटोरे। स्टंप उखड़ने के समय मुरली विजय 25 और गौतम गंभीर 28 रन पर खेल रहे थे। भारत अब भी इंग्लैंड से 474 रन पीछे है।
विजय और गंभीर ने शुरू से ढीली गेंदों का इंतजार किया। इंग्लैंड के कप्तान एलिस्टेयर कुक ने छठे ओवर में ही मोईन के रूप में स्पिन आक्रमण लगाया। स्टुअर्ट ब्राड ने दूसरा छोर संभाले रखा लेकिन जब विजय ने उनके एक ओवर में तीन चौके लगाये तो उनके स्थान पर क्रिस वोक्स छोर बदलकर गेंदबाजी करने के लिये आये।
कुक ने दिन के आखिरी क्षणों में बायें हाथ के अन्य स्पिनर जफर अंसारी और लेग स्पिनर आदिल राशिद के रूप में दोनों छोर से स्पिन आक्रमण लगाया लेकिन इससे भारतीय सलामी जोड़ी पर कोई असर नहीं पड़ा।
इससे पहले इंग्लैंड के तीन बल्लेबाजों के शतक चर्चा के विषय रहे। यह पिछले 30 साल में पहला अवसर था जबकि भारतीय सरजमीं पर किसी विपक्षी टीम के तीन बल्लेबाजों ने श्रृंखला के पहले टेस्ट मैच की पहली पारी में शतक लगाये। आस्टेलिया ने 1986 में चेन्नई में यह कारनामा किया था।
इंग्लैंड ने सुबह चार विकेट पर 311 रन से आगे खेलते हुए पहले सत्र में मनमाफिक रन बटोरे। इस सत्र में कल शाम के नाबाद बल्लेबाज मोईन का विकेट गिरा जिन्होंने अपने करियर का चौथा टेस्ट शतक पूरा किया। उनके साथ ही जानी बेयरस्टो भी 57 गेंद में 46 रन बनाकर आउट हो गए।
मोईन को मोहम्मद शमी (65 रन देकर दो विकेट) ने बोल्ड किया जबकि बेयरस्टो ने उमेश यादव (112 रन देकर दो विकेट) की गेंद पर विकेटकीपर रिद्धिमान साहा को कैच थमाया। मोईन ने साढे चार घंटे की पारी में 13 चौके जड़े। कल रूट के साथ चौथे विकेट के लिये 179 रन जोड़ने के बाद आज उन्होंने स्टोक्स के साथ पांचवें विकेट के लिये 87 मिनट में 62 रन की साझेदारी की।
मोईन का विकेट गिरने के बाद भी भारत को राहत नहीं मिली। स्टोक्स और बेयरस्टो ने छठे विकेट के लिये 80 मिनट में 99 रन जोड़े। साहा ने इस बीच यादव के दूसरे स्पैल में स्टोक्स को लगातार दो जीवनदान दिये। तब वह 60 और 61 के स्कोर पर थे।
स्टोक्स ने लंच के बाद अपना शतक पूरा किया। उन्होंने अपनी 235 गेंद की पारी में दो छक्के और 13 चौके लगाये। वह चाय के विश्राम से ठीक पहले यादव की गेंद पर साहा को कैच देकर पवेलियन लौटे। इसके बाद दूसरा सत्र बढ़ाना पड़ा। अमित मिश्रा (98 रन देकर एक विकेट) ने जफर अंसारी (32) को पगबाधा करके इंग्लैंड की पारी का अंत किया।
भारत ने कल कुक और उनके सलामी जोड़ीदार हसीब अहमद को जीवनदान दिये थे और लचर क्षेत्ररक्षण का यह सिलसिला आज भी जारी रहा। लंच के बाद भारत ने वापसी की कोशिश की। पहले सत्र में केवल एक ओवर करने वाले रविंद्र जडेजा (86 रन देकर तीन विकेट) ने दूसरे सत्र के शुरू में ही दो विकेट लिये।
जडेजा ने लंच के बाद पहले ओवर में ही क्रिस वोक्स (चार) को बाहर जाती गेंद पर विकेट के पीछे कैच कराया और फिर राशिद (पांच) को मिड ऑन पर यादव के हाथों कैच कराया। इससे इंग्लैंड का स्कोर आठ विकेट पर 465 रन हो गया। लेकिन न्यूजीलैंड में जन्मे स्टोक्स ने न सिर्फ अपना चौथा टेस्ट शतक पूरा किया बल्कि अंसारी के साथ नौवें विकेट के लिये 62 रन जोड़कर इंग्लैंड का स्कोर 500 रन के पार भी पहुंचाया। स्टोक्स का शतक भारतीय सरजमीं पर किसी विदेशी बल्लेबाज का 200वां शतक भी है।
भारत को अपने स्पिनरों विशेषकर रविचंद्रन अश्विन पर भरोसा था लेकिन यह आफ स्पिनर 46 ओवरों में 167 रन देकर दो विकेट ही ले पाया। मिश्रा को कल अधिक गेंदबाजी करने का मौका नहीं मिला था लेकिन आज उन्हें लंबा स्पैल दिया गया जिसमें वह बहुत अधिक प्रभावित नहीं कर पाये। बेयरस्टो और स्टोक्स दोनों ने इन दोनों के खिलाफ आसानी से रन बटोरे।
अश्विन ने कल हसीब हमीद और बेन डकेट के विकेट लिये थे लेकिन उन्हें आज एक भी विकेट नहीं मिला।
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