दूसरे टेस्ट में 246 रन से जीत के बाद विराट कोहली और टीम का आत्मविश्वास बढा है। कोहली को हालांकि टीम में बदलाव करना पड़ेगा क्योंकि विकेटकीपर रिद्धिमान साहा जांघ में चोट के कारण बाहर हैं। उनकी जगह पार्थिव पटेल को टीम में शामिल किया गया है जो आठ साल बाद फिर टेस्ट खेलेंगे।
पार्थिव ने जब आखिरी टेस्ट खेला था तब मौजूदा कोच अनिल कुंबले कप्तान थे और टीम में सचिन तेंदुलकर, वीरेंद्र सहवाग, वीवीएस लक्ष्मण, राहुल द्रविड़ और सौरव गांगुली शामिल थे। उस समय डीआरएस तकनीक नई आई थी और कई फैसले भारत के प्रतिकूल गए थे।
पीसीए स्टेडियम की पिच किसी समय में तेज गेंदबाजों की ऐशगाह थी लेकिन फिर उनकी कब्रगाह बन गई। अब इसे टर्निंग पिच बनाया गया है। जहां तक कोहली का सवाल है तो ब्रिटिश मीडिया के एक हलके ने उन पर गेंद से छेड़खानी के आरोप लगाये हैं। हालांकि वे इतने संजीदा नहीं है जितने फाफ डु प्लेसिस पर लगे आरोप है। ऐसे में कोहली भी डु प्लेसिस की तरह शतक जड़कर जवाब देना चाहेंगे।
अब तक 337 रन बना चुके कोहली इंग्लैंड के गेंदबाजों का जीना हलकान कर सकते हैं। इंग्लैंड को स्टुअर्ट ब्राड की कमी खलेगी जिसने विशाखापत्तनम में बेहतरीन गेंदबाजी की थी।
जफर अंसारी की पीठ में दर्द ने इंग्लैंड के कप्तान एलेस्टेयर कुक की चिंतायें बढा दी है। बेन डकेट को खराब फार्म के कारण बाहर रहना होगा जिनकी जगह जोस बटलर लेंगे। भारत के लिये चेतेश्वर पुजारा ने दो टेस्ट में 262 रन बनाये हैं जिसमें लगातार दो शतक शामिल है। भारत ने दोनों टेस्ट में पहली पारी में 488 और 455 रन बनाये हैं लेकिन सामूहिक प्रयास से यह रन नहीं बने। मुरली विजय , पुजारा और कोहली ने शतक जमाये हैं।
अजिंक्य रहाणे चार पारियों में सिर्फ 63 रन बना सके हैं। मेलबर्न क्रिकेट मैदान और लार्ड्स दोनों पर शतक जमाने वाले रहाणे जैसा क्रिकेटर लंबे समय तक खराब फार्म में नहीं रह सकता। दूसरे टेस्ट में आनन-फानन में टीम में शामिल किये गए केएल राहुल ने एक नाकामी के बाद हमेशा उम्दा प्रदर्शन किया है। इस बार भी वह ऐसा ही करना चाहेंगे।
भारतीय गेंदबाजों ने उम्दा प्रदर्शन किया है। आर. अश्विन एक और रिकार्ड बनाने की दहलीज पर हैं। वह अगर फिर पारी के पांच विकेट ले लेते हैं तो कपिल देव के रिकार्ड (23) की बराबरी कर लेंगे। अश्विन का यह 42वां टेस्ट है जबकि कपिल ने वह रिकार्ड 131 टेस्ट में बनाया था।
इंग्लैंड के 32 विकेटों में से स्पिनरों ने 24 विकेट लिये जिनमें से 11 अश्विन , छह रविंद्र जडेजा और चार जयंत यादव ने लिये।
मोहम्मद शमी ने नयी और पुरानी गेंद से अच्छा प्रदर्शन किया है। उसने भले ही पांच विकेट लिये लेकिन एलेस्टेयर कुक को उसने जिस गेंद पर आउट किया, वह सीरीज की सर्वश्रेष्ठ गेंद थी। उमेश यादव ने भी अच्छा प्रदर्शन किया है जबकि भुवनेश्वर कुमार की मौजूदगी से टीम प्रबंधन को स्विंग गेंदबाजी का एक और विकल्प मिला है।
इंग्लैंड के खिलाडि़यों ने टुकड़ों में अच्छा प्रदर्शन किया है। हसीब हमीद को इस दौरे की खोज कहा जा सकता है। बेन स्टोक्स (233 ), जो रूट (206) और कुक (207 ) एक-एक शतक बना चुके हैं। आदिल रशीद को सर्वाधिक 13 विकेट मिले हैं लेकिन वह कई बार महंगे साबित हुए।
भाषा