एक दौर में टीम इंडिया के तेज गेंदबाज रुद्र प्रताप सिंह (आरपी सिंह) ने क्रिकेट को अलविदा कह दिया। उन्होंने ट्विटर पर एक भावुक संदेश को पोस्ट करके सबका शुक्रिया किया और मैदान पर फिर कभी ना उतरने का ऐलान किया। पिछले कई सालों से आरपी सिंह मैदान से दूर हैं और अब वो पूरी तरह से कमेंट्री पर ध्यान देते हुए नजर आ रहे हैं।
पाकिस्तान के खिलाफ खेला था पहला मैच
32 वर्षीय आरपी सिंह पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के पसंदीदा गेंदबाजों में शुमार किए जाते थे। टी-20 विश्व कप 2007 में जब भारत ने खिताब जीता था तब उस टीम में आरपी सिंह सबसे घातक गेंदबाज साबित हुए थे। 6 दिसंबर 1985 को उत्तर प्रदेश के राय बरेली में जन्मे आरपी सिंह ने अपने संन्यास का ऐलान उसी तारीख को किया जिस दिन उन्होंने अपने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर का आगाज किया था उन्होंने पाकिस्तान के फैसलाबाद में अपना पहला अंतरराष्ट्रीय मैच खेला था।
विदाई संदेश के कुछ खास अंश
उन्होंने ट्विटर पर जो भावुक विदाई पत्र पोस्ट किया है उसकी शुरुआत भी वहीं से होती है। इस पत्र की पहली पंक्ति यही है, '13 साल पहले आज ही के दिन, 4 सितंबर 2005 को मैंने पहली बार भारतीय जर्सी पहनी थी।' इसके अलावा उन्होंने इस संदेश में अपने परिवार, बीसीसीआई और राज्य क्रिकेट संघ को भी शुक्रिया कहा। उनके इस विदाई संदेश में भावुक आरपी ने एक जगह लिखा, 'मेरी आत्मा और दिल आज भी उस युवा लड़के के साथ है जिसने पाकिस्तान के फैसलाबाद में करियर का आगाज किया था, जो लेदर बॉल को अपने हाथ में रखते हुए सिर्फ खेलना चाहता था। शरीर एहसास दिला रहा है कि अब मेरी उम्र हो चुकी है और युवा खिलाड़ियों के लिए जगह खाली करने का समय आ गया है।'
आरपी सिंह का क्रिकेट करियर
टेस्ट क्रिकेटः मैच- 14, विकेट- 40, बेस्ट प्रदर्शन- 59 रन देकर 5 विकेट (एक पारी में)
वनडे क्रिकेट: मैच- 58, विकेट- 69, बेस्ट प्रदर्शन- 35 रन देकर 4 विकेट
अंतरराष्ट्रीय टी20: मैच- 10, विकेट- 15, बेस्ट प्रदर्शन- 13 रन देकर 4 विकेटप्रथम श्रेणी क्रिकेटः मैच- 94, विकेट- 301, बेस्ट प्रदर्शन- 50 रन देकर 6 विकेट