इससे पूर्व भारतीय स्पिनर रविंद्र जडेजा के पांच विकेट चटकाए जिससे आस्ट्रेलियाई टीम पहली पारी में 451 रन पर सिमट गई लेकिन उसके कप्तान स्टीवन स्मिथ 178 रन पर नाबाद रहे। स्मिथ अपने छोर पर अडिग रहे जबकि जडेजा ने टेस्ट में आठवीं बार पांच विकेट की उपलब्धि हासिल की। ग्लेन मैक्सवेल (104) ने भी अपने वापसी मैच में शतक जड़कर आस्ट्रेलिया की पारी में अहम योगदान दिया।
स्मिथ अपने 19वें शतक के दौरान बेहतरीन लय में थे, उन्होंने कल के 117 रन की पारी को आगे बढ़ाया और वह माइकल क्लार्क के 130 रन को पीछे छोड़कर भारत में आस्ट्रेलियाई कप्तान द्वारा सर्वश्रेष्ठ स्कोर बनाने वाले खिलाड़ी बने।
आस्ट्रेलियाई कप्तान ने साढ़े आठ घंटे से ज्यादा समय तक बल्लेबाजी करते हुए 361 गेंद का सामना किया और 17 बाउंड्री जमाई। उन्होंने साथ ही मैक्सवेल के साथ सीरीज की सबसे बड़ी 191 रन की साझेदारी भी बनाई जो ढाई साल से ज्यादा समय बाद टेस्ट में वापसी कर रहे हैं।
टी20 विशेषज्ञ का टैग पीछे छोड़ते हुए मैक्सवेल ने संयमित शाट खेलर अपनी पारी आगे बढ़ाई और 185 गेंद की पारी के दौरान लूज गेंदों पर शाट जमाए। स्मिथ इस तरह चार अर्धशतकीय साझेदारियों में से तीन में शामिल रहे, जिससे मेहमान टीम ने सीरीज में अपना सर्वश्रेष्ठ स्कोर भी खड़ा किया।
बायें हाथ के स्पिनर जडेजा ने 124 रन देकर पांच विकेट से बेहतरीन गेंदबाजी की, उन्होंने लंच से पहले तीन गेंद में दो विकेट झटके जिससे घरेलू टीम को फायदा मिला। मैक्सवेल के आउट होने के बाद मैथ्यू वेड ने 50 गेंद में 37 रन बनाकर स्मिथ के साथ छठे विकेट के लिए 64 रन की भागीदारी निभाई। लेकिन जडेजा ने वेड और पैट कमिंस (शून्य) को लंच से 10 मिनट पहले आउट कर भारतीय खेमे में ऊर्जा की लहर भर दी।
छठे ओवर में लगाए गए जडेजा ने लगातार स्पैल फेंका और पहले सत्र में सभी तीन विकेट झटके। रविचंद्रन अश्विन (114 रन देकर एक विकेट) दूसरे दिन कोई विकेट नहीं ले सके। जडेजा ने जोश हेजलवुड को राहुल के थ्रो पर रन आउट कर आस्टेलियाई पारी को 137.3 ओवर में समेट दिया।
सुबह आस्ट्रेलिया ने चार विकेट पर 299 रन से खेलना शुरू किया था जिसमें स्मिथ और मैक्सवेल मजबूती से डटे थे। मैक्सवेल जब 99 रन पर थे तो उन्होंने काफी सतर्कता बरती और जडेजा के ओवर में एक भी रन नहीं बनाया। लेकिन अगले ही ओवर में उन्होंने उमेश यादव की गेंद को चौके के लिए भेजकर अपना शतक पूरा किया। इस तरह मैक्सवेल खेल के सभी तीनों प्रारूपों में शतक जड़ने वाले 13वें खिलाड़ी बन गए। उन्होंने अपना अंतिम टेस्ट अक्टूबर 2014 में खेला था। उन्होंने चोटिल मिशेल मार्श की जगह टीम में वापसी की और इस मौके का पूरा फायदा उठाया। वह इस तरह शेन वाटसन के बाद सभी प्रारूपों में शतक जड़ने वाले दूसरे आस्टेलियाई बने। (एजेंसी)