टेलीविजन व्यूअरशिप मैनेजमेंट एजेंसी ब्रॉडकास्ट ऑडियंस रिसर्च काउंसिल (बार्क) इंडिया के जारी किए आंकड़ो की माने तो आईपीएल-10 के शुरूआती तीन दिनों में हुए मैचों को 18.6 करोड़ लोगों ने देखा। इस रिपोर्ट के मुताबिक पिछले वर्ष की तुलना में यह 15 फीसदी अधिक है। 2016 में पहले तीन दिनों में 16.07 करोड़ लोगों ने आईपीएल के मैच देखे थे।
इसी कालखंड में पिछले साल की अपेक्षा आईपीएल मैचों में 8.83 करोड़ इंप्रेशन टीवी में दर्ज किया गया। यह पिछले आईपीएल की तुलना में 40 प्रतिशत अधिक है। साथ ही इस बार टीवी पर आईपीएल मैच देखने की अवधि में भी बढ़ोत्तरी देखी गई है। बार्क के अनुसार इस बार पहले तीन दिनों में प्रत्येक दर्शक ने औसतन 76 मिनट तक आईपीएल मैच देखा है। जबकि पिछले सत्र में यह आंकड़ा 46 मिनट दर्ज किया गया था।
क्रिकेट के दर्शकों की मानें तो उन्हें आईपीएल इसलिए पंसद हैं क्योंकि यहां उन्हें बहुत सारे खिलाड़ी एक साथ देखने को मिल जाते हैं,साथ ही प्रतिद्वंदी खिलाड़ियों को एक ही टीम के लिए खेलते देखना भी काफी रोमांचकारी होता है।
अब सवाल उठता है कि ऐसी कौन सी खास बातें हैं जिसकी वजह से आईपीएल के दर्शकों की संख्या बढ़ती जा रही है-
1. पिछले एक सालों में भारत ने 17 टेस्ट मैच खेले हैं, जिसमें से 13 टेस्ट मैच अपनी धरती पर खेले गए हैं। इनमें इंदौर, राजकोट, पुणे,धर्मशाला, कटक और विशाखापट्टनम में तो पहली बार टेस्ट मैचों के आयोजन हुए। इंदौर के होलकर स्टेडियम में पहले ही दिन 22 हजार दर्शक उपस्थित थे। जानकारों के मुताबिक इन टेस्ट मैचों ने नए दर्शक जोड़ने का काम किया है।
2. यह भी माना जा रहा है कि लम्बे समय तक टेस्ट मैच देख कर उक्ता गए दर्शकों के लिए 20-20 का फटाफट आईपीएल जायका बदलने जैसा है। जबकि पिछली बार हुए आईपीएल से पहले टी 20-20 फॉर्मेट के कई मैच खेले जा चुके थे। जिसमें विश्वकप भी शामिल था।
3. इस बार प्रायोजकों की संख्या में भी बढ़ोतरी है। इस साल टूर्नामेंट के 14 स्पांसर है।