चयन समिति के अध्यक्ष अजीत अगरकर ने शनिवार को स्वीकार किया कि शीर्ष क्रिकेटर विराट कोहली और रोहित शर्मा के टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने से पैदा हुई कमी को पूरा करना मुश्किल है लेकिन उन्होंने उम्मीद जताई कि इंग्लैंड के आगामी दौरे पर अन्य खिलाड़ी जिम्मेदारी उठाएंगे।
रोहित ने सात मई को टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा की थी जबकि कोहली ने 12 मई को संन्यास लिया।
अगले महीने 20 जून से शुरू होने वाली पांच टेस्ट मैच की श्रृंखला के लिए भारत की 18 सदस्यीय टीम की घोषणा करने के बाद अगरकर ने मीडिया से कहा, ‘‘जब क्रिकेट के दिग्गज संन्यास लेते हैं तो यह हमेशा मुश्किल होता है। उनकी जगह भरना बहुत बड़ा काम है। लेकिन इसे देखने का एक तरीका यही है कि यह दूसरों के लिए एक मौका है। ’’
इन दो सुपरस्टार की जगह बाएं हाथ के युवा साई सुदर्शन और अनुभवी करुण नायर को टीम में शामिल किया गया है।
अगरकर ने खुलासा किया कि कोहली ने पिछले महीने संभवत: चैंपियंस ट्रॉफी के बाद उनसे संपर्क किया था और टेस्ट क्रिकेट छोड़ने की इच्छा व्यक्त की थी।
उन्होंने कहा, ‘‘विराट ने अप्रैल के शुरू में (बीसीसीआई - चयन समिति से) संपर्क किया था और उन्हें लगा कि उन्होंने अपना सब कुछ दे दिया है। अगर उन्हें लगता है कि वे खुद के निर्धारित मानकों पर खरे नहीं उतर सकते तो आपको उनका सम्मान करना चाहिए। ’’
पिछले एक साल में लगातार निराशाजनक प्रदर्शन के बाद कोहली और रोहित दोनों के पारंपरिक प्रारूप में भविष्य को लेकर अटकलें लगाई जा रही थीं जिसका उदाहरण 2024-25 बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के लिए ऑस्ट्रेलिया का दौरा रहा।
कोहली ने पर्थ में शतक बनाकर धमाकेदार शुरुआत की लेकिन फिर उनका बल्ला शांत पड़ गया और दौरे के अंत में वह पांच टेस्ट मैचों में 23 के औसत से 190 रन ही बना पाए।
वहीं रोहित पहले टेस्ट के बाद टीम में शामिल हुए थे, उनका भी प्रदर्शन निराशाजनक रहा और उन्होंने पांच टेस्ट पारियों में 6.2 के औसत से सिर्फ 31 रन बनाए। वह सिडनी में पांचवें और अंतिम टेस्ट से भी बाहर रहे।
श्रृंखला की गंभीरता को देखते हुए कोहली और रोहित से इंग्लैंड दौरे तक रुकने के लिए मनाने की कोशिश की गई तो इस सवाल पर अगरकर ने काफी स्पष्ट रूप से कहा कि आगामी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप चक्र (2025-27) के लिए एक नयी टीम बनाना प्राथमिकता है।
उन्होंने मुख्य कोच गौतम गंभीर की ही तरह बातों को दोहराते हुए कहा, ‘‘जब कोई खिलाड़ी संन्यास लेने का फैसला लेता है तो यह फैसला उसका होता है। संन्यास एक व्यक्तिगत फैसला होता है। यह एक नया डब्ल्यूटीसी (विश्व टेस्ट चैंपियनशिप) चक्र है और आप एक टीम बनाने में मदद करने के लिए सभी चीजों को देख रहे हैं। ’’
ऐसी अटकलें लगाई जा रही थीं कि कोहली विदाई श्रृंखला के लिए इंग्लैंड जाना चाहते थे लेकिन अगरकर ने इस पर ज्यादा कुछ नहीं कहा। उन्होंने बस इतना कहा कि टेस्ट क्रिकेट से दूर जाने का फैसला पूरी तरह से इस स्टार बल्लेबाज का था।
उन्होंने कहा, ‘‘जब कोई फैसला करता है तो यह हमारा नहीं होता। हमारा काम किसी खिलाड़ी को चुनना है। लेकिन जब कोई दिग्गज (दो बड़े क्रिकेटर) संन्यास लेता है तो उनकी जगह को भरना मुश्किल होगा। ’’